नई दिल्ली. सरकार चाहती है कि किसानों की इनकम में इजाफा किया जाए. इसके लिए ऐसी जगहों पर मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जहां की जमीनों पर फसल उत्पादन नहीं होता है. वहीं खारे पानी में भी मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए काम किया जा रहा है. सरकार प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है. जबकि इसका फायदा भी मिल रहा है और मछली उत्पादन में इजाफा हो रहा है. इसके चलते मछली पालकों को बढ़ा फायदा मिल रहा है. साथ-साथ इस काम में आ रहे नए लोगों को रोजगार का एक जरिया मिल जा रहा है.
सरकार की ओर से संगठित विकास की दिशा में एक कदम-तटीय मत्स्य क्लस्टर बनाने की ओर उठाया गया है. अब तटीय क्षेत्रों में मछली उत्पादन, प्रोसेसिंग और बिक्री को इससे बल मिलेगा. वहीं इसके कई अन्य फायदे भी हैं, जो हम आपको आगे बताएंगे. इसके लिए बकायदा तौर पर रजिस्ट्रेशन भी हो रहा है. रजिस्ट्रेशन के लिए nfdp.dof.gov.in पर विजिट कर सकते हैं. या फिर विभाग की ओर से दिए गए हेल्प लाइन नंबर 1800-425-1660 पर कॉल कर सकते हैं और तमाम जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं.
मछली उत्पादन, बढ़ेगा मिलेगा रोजगार
सरकार की पहल से मछली उत्पादन में इजाफा होगा. सरकार चाहती है कि मछली उत्पादन में वृद्धि हो ताकि देश तमाम लोगों को इससे रोजगार भी मिल सके. लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा करने के लिए भी ये जरूरी है. क्योंकि मछलियों में कई पौष्टिक तत्व होते हैं. जिसका फायदा खाने वालों को मिलता है. संगठित विकास की दिशा में एक कदम मत्स्य क्लस्टर की ओर जो सरकार की तरफ से उठाया गया है, इससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि बहुत से युवा नौकरी के तलाश में दूसरे राज्यों में दूसरे देश जाते हैं लेकिन इस तरह की व्यवस्था से स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. उन्हें अपने क्षेत्र में रोजगार मिलेतो कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मछली पालकों की बढ़ेगी इनकम
वही समुद्री संसाधनों का टिकाऊ उपयोग भी सरकार की इस पहल से किया जा सकता है जो भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचने में बेहद ही जरूरी है. इसके अलावा मछली पालकों की आमदनी में भी इसे इजाफा होगा. क्योंकि बहुत से मत्स्य पालक मछली पालन के कारोबार में नुकसान होने से दोबार इस काम को नहीं करते हैं. इस काम से दूरी बना लेते हैं और दूसरे काम को करते हैं लेकिन सरकार की इस पहल से मछली पालकों की इनकम बढ़ेगी और इसका फायदा भी उन्हें मिलेगा.
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