नई दिल्ली. बकरी पालन अगर मीट के लिए करते हैं तो ज्यादा मांस उत्पादन के उद्देश्य से दाने-चारे का अनुपात (शुष्क पदार्थ के आधार पर) 40 और 60 प्रतिशत होना चाहिए. जिससे बकरी के मेमनों की ग्रोथ तेजी के साथ हो. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के एक्सपर्ट का कहना है कि हरी घास, बरसीम, रिजका, मक्का, जौ, जई, लोबिया, पेड़ों की पत्तियों आदि को हरे चारे के रूप में और अरहर, चना, जई तथा जौ आदि के भूसे को सूखे चारे के रूप में 2 माह की उम्र के बाद दिया जा सकता है.
बकरी के में उचित वृद्धि दर के लिए सूखा और हरे चारे का अनुपात (शुष्क पदार्थ के आधार पर) 2:1 का रखा जाना चाहिए. जिससे उनकी उचित वृद्धि हो सके. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के एक्सपर्ट ने लावइ स्टक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) को बताया कि बकरी के बच्चों का अच्छी तरह से ख्याल रखने से बेहतर उत्पादन मिलेगा.
ये खास चीजें जरूर खिलाएं
बकरी के बच्चे को मक्का का दाना और धान की भूसी जरुर खिलाना चाहिए. इससे उनका शारीरिक विकास अच्छी तरह से होता है.
इसी तरीके से ज्यादा मोटा ताजा करने के लिए तिल की खली, सरसों की खली और बाजारा का दाना भी मेमने को देना चाहिए.
आईवीआरआई के एक्सपर्ट का कहना है कि मूंगफली की खल, गेहूं का चोकर, चने की चूनी और अरहर की चुनी भी बकरी के बच्चों को दी जानी चाहिए.
इसके अलावा साधारण नमक, खनिज मिश्रण, क्रूड प्रोटीन और पाचक तत्व से भरपूर भोजन बकरी के बच्चों को देने से उनका शारीरिक विकास तेजी से होता है.
निष्कर्ष
बकरी के बच्चों को अगर ये सारी चीजें खिलाते हैं तो उनकी शरीरिक वृद्धि तेजी के साथ होगी और उनका शरीर मजबूत होगा. मीट उत्पादन के लिए बताई गई चीजें बेहद ही कारगर हैं, जो आगे आपको फायदा देंगी.
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