नई दिल्ली. पशुपालन में सबसे ज्यादा जिस चीज की जरूरत होती है, वह है पशुओं को दिए जाने वाला चारे की. खासतौर पर हरे चारे की कमी से पशु जूझते रहते हैं. ज्यादा गर्मी और ज्यादा ठंड में भी पशुओं के लिए हरा चारा उपलब्ध नहीं होता है. फरवरी का महीना शुरू हो चुका है और जैसे-जैसे यह महीना आगे बढ़ेगा, गर्मी शुरू हो जाएगी. ऐसे में पशुओं के लिए हरे चारे की कमी हो जाएगी. अगर आप चाहते हैं कि आपके पास पशुओं के लिए पर्याप्त हरा चार उपलब्ध रहे तो यह खबर पूरी पढ़ें. जिससे आपको जानकारी हो जाएगी कि पशु के लिए हरा चारा कैसे उपलब्ध कराया जाए.
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि फरवरी के महीने से ही तापमान बढ़ने लगता है और गर्मी शुरू हो जाती है. ऐसे में ज्यादातर फसलें सूखने लगती हैं. इसके चलते पशुओं के लिए हरे चारे की समस्या खड़ी हो जाती है. अगर आप चाहते हैं कि चारे की समस्या दूर हो जाए तो फरवरी के महीने में ही कुछ ऐसी फैसले हैं, जिनकी बुआई कर सकते हैं. जिससे आपको पशुओं के लिए हरे चारे की कमी से नही जूझना होगा. वह कौन सी चारा फसलें हैं आइए इस बारे में जानते हैं.
इन फसलों की करें बुवाई
फरवरी के महीने में आप चरी की खेती कर सकते हैं. चरी की खेती करने से आपको आने वाले महीने में भरपूर हरा चारा उपलब्ध हो जाएगा. चरी की फसल एक ऐसी फसल है, जिससे कई बार आप चारा ले सकते हैं. वहीं इन दिनों में मक्के की खेती भी की जा सकती है. मक्का के पत्ते को पशुओं के लिए हरे चारे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं इससे आप साइलेज भी बना सकते हैं. जिसमें कई गुण होते हैं, जो पशुओं को फायदा पहुंचाते हैं. हालांकि इन चारा फसलों को उगाने के लिए पानी की भरपूर जरूरत पड़ती है. इस तरह से आप पशुओं के लिए चारे की कमी को दूर कर सकते हैं.
पशुओं को क्यों दिया जाता है हरा चारा
जान लें कि पशुओं को हरा चारा इसलिए दिया जाता है, क्योंकि इसमें पोषक तत्व होते हैं और यह पशुओं के लिए बेहद जरूरी होता है. हरे चारे से पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और उन्हें बीमारियां भी नहीं होती हैं. हरे चारे में विटामिन मिनरल्स और भरपूर मात्रा में पानी होता है. ये पशुओं के शारीरिक विकास के लिए जरूरी है, इसके साथ ही दूध उत्पादन के लिए भी बेहद ही अहम है. हरे चारे से पशुओं की प्रजनन क्षमता बढ़ती है और गर्मियों में इसकी ज्यादा जरूरत होती है.
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