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Dairy: हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन के साथ संस्था के सदस्यों को उनकी मेहनत का मिला बड़ा सम्मान!

हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों को बोनस का तोहफा दिया जा रहा है.
प्रतीकात्मक फोटो. livestock animal news

नई दिल्ली. खेती किसानी करने के अलावा लाखों की संख्या में किसान अब पशुपालन भी करते हैं. किसान पशुपालन से भी जुड़कर पशुओं से दूध हासिल करके अच्छी खासी इनकम कमा रहे हैं. देश में ऐसे लाखों परिवार हैं, जिनका घर पशुपालन की वजह से चल रहा है. किसान दूध डेयरी प्रोडक्ट बेचकर खूब मोटी कमाई कर रहे हैं. जिस दूध की वजह से किसानों को खूब अच्छी कमाई होती है.
हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों को बोनस का तोहफा दिया जा रहा है. संस्था ने जानकारी दी, कि इस वर्ष हमारे समर्पित दुग्ध उत्पादक सदस्यों को 5.25 करोड़ का बोनस वितरित किया जा रहा है. यही है सच्चे प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन की ताकत, जहां संगठन का लाभ सीधे उसके असली मालिकों, यानी हमारे पशुपालक भाइयों,बहनों तक पहुंचता है. यह बोनस केवल धनराशि नहीं, बल्कि उनके परिश्रम, निष्ठा और साझेदारी का प्रतिफल है. जब किसान बनते हैं मालिक, तभी होती है असली समृद्धि की शुरुआत.

बोनस का ये है स्लैब: हरित प्रदेश दुग्ध उत्पादक संस्था 5 करोड़ 25 लाख का बोनस दे रही है. इस बोनस के जो स्लैब है उनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं. 275 दिन तक होते हैं तो प्रति लीटर जो बोनस दिया जाएगा वह 50 पैसे का होगा. 276 से 325 दिन दूध आपूर्ति करने के टाइम का 75 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से बोनस दिया जाएगा. वहीं 326 से 365 दिन तक दूध की आपूर्ति करने के 1 रुपये प्रति लीटर बोनस की भुगतान किया जाएगा. ज्यादा दूध ज्यादा दिन दूध का योगदान तो पाइये अधिक दिनों पर बोनस के भुगतान.

योग्यता की क्या है शर्तें: इसमें संस्था ने कुछ शर्तें भी रखी गई हैं, जिनका जानना बहुत जरूरी है. आईए हम बताते हैं आपको क्या शर्ते हैं. मार्च 2025 के अंतिम भुगतान चक्र में सक्रिय केंद्र एमपीपी ही बोनस की योग्यता के पात्र होंगे. सदस्य ने वित्तीय वर्ष 2024 में यानी 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक संस्था में 200 या उससे अधिक दिन और न्यूनतम 500 लीटर दूध की आपूर्ति की हो और अक्टूबर से मार्च में दूध आपूर्ति लेना अप्रैल से सितंबर की दुग्ध आपूर्ति से ज्यादा नहीं होना चाहिए अन्यथा तीन गुना से अतिरिक्त नहीं होगा. सदस्य के कोड पर केवल स्वयं के पशु द्वारा उत्पादित दुग्ध की ही आपूर्ति की गई हो. अगर किसी गैर सदस्य के दूध की आपूर्ति किसी सदस्य के कोड पर की गई होगी तो वह कोड बोनस के लिए अयोग्य माना जाएगा. योग्य सदस्यों को बोनस का भुगतान जुलाई 2025 के प्रथम सप्ताह में किया जाएगा. बोनस का लाभ पाने के लिए लगातार स्वयं के कोड पर दूध आपूर्ति जारी रखें क्योंकि संस्था जल्दी अपने सदस्यों के लिए ग्रीष्मकालीन प्रोत्साहन योजना लेकर आ रही है.

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