नई दिल्ली. मछली पालन देश के किसानों को अच्छा व्यवसाय दे रहा है. किसान भाई एक अच्छे तालाब में छह तरीके की मछलियों को पाल सकते हैं. इन मछलियों के व्यापार से अपनी कमाई के साधन को दो से चार गुना बढ़ा सकते हैं. मछली पालने के लिए कई बार एक गड्ढा बनाकर उसे तालाब का रूप दे देते हैं. लेकिन बाद में ये पता लगता है कि मछलियां मरना शुरू हो गई और उन्हें सीजन पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. जैसे हमें आक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है, ठीक उसी प्रकार मछलियों को भी आक्सीजन की जरूरत होती है. एक अच्छे तालाब में आक्सीजन मिले और मछलियों को फूड के बाद रेस्ट मिले ये बहुत जरूरी है.
तालाब कैसा होना चाहिए, कितने आकार का होना चाहिए. तालाब का निर्माण कब करना चाहिए और इसमें दिशा कैसी रखनी चाहिए. आइये हम आपको एक्सपर्ट के माध्यम से पूरी जानकारी यहां देते हैं. एक अच्छा तालाब अच्छे मछली पालन में मदद करता है.
एक्सपर्ट की बताई विधि से बनाएं तालाब
तालाब का निर्माण में कॉस्मेटिक और पॉलिथीन सीट के प्रयोग में बहुत अधिक लागत आ जाती है. जिससे मुनाफा नहीं हो पाता है. एक्सपर्ट का कहना है कि तालाब का निर्माण करते समय जगह का चयन बहुत मायने रखता है. तालाब निर्माण की लंबाई की दिशा पूरब से पश्चिम की तरफ हो। तालाब के उपर कभी भी बड़े पेड़ नहीं लगाएं, नहीं तो सन लाइट और आक्सीजन की प्रॉब्लम हो जाती है. जिससे प्रोडक्शन प्रभावित होता है.
नर्सरी तालाब का भी करें निर्माण
आप अगर एक अच्छा मछली पालक बनना चाहते हैं, तो आप एक मैन तालाब के साथ नर्सरी तालाब का निर्माण रखें. मछली के बीज का निर्माण लगातार नहीं होता है. मई से जुलाई के बीच करीब तीन महीने तक बीज बनता है. मछली पाल में जो सबसे अधिक उत्पादकता मिलती है. वो हॉफ एयरलिंग. जब छोटे से निकालकर बड़े तालाब में बीज डालते हैं, तो वहां बड़ी तेजी से ग्रोथ होता है.
ऐसे बनाएं अच्छा तालाब
तालाब की खुदाई के बाद जून के पहले सप्ताह में एक एकड़ एरिया में तीस से चालीस किलोग्राम पत्थर चूने का प्रयोग करें. फिर तीन से चार दिन बाद 30 से 32 कुंतल प्रति एकड़ गोबर का प्रयोग करें और आधा मीटर पानी भर कर दस दिनों के लिए छोड़ दें. कुछ दिनों बाद आहार बन जाता है और तालाब हरा हो जाता है. फिर तालाब में पानी भर दें और मछली बीज को छोड़ दें.
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