नई दिल्ली. खेती किसानी करने के अलावा लाखों की संख्या में किसान अब पशुपालन भी करते हैं. देश में ऐसे लाखों परिवार हैं, जिनका घर पशुपालन की वजह से चल रहा है. किसान दूध डेयरी प्रोडक्ट बेचकर खूब मोटी कमाई कर रहे हैं. जिस दूध की वजह से किसानों को खूब अच्छी कमाई होती है, जब कभी मौसम बदलता है तो उस दूध के उत्पादन में कमी से किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ता है. ऐसे में किसानों को पहले से सतर्क रहना चाहिए कि उनके पशु दूध का उत्पादन कभी भी काम न करें.
गर्मी में कम हो जाता है उत्पादन
धीरे-धीरे अब मौसम बदल रहा है. सर्दी से गर्मी में परिवर्तित हो रही है. जबकि गर्मी में अक्सर पशु कम दूध देने लगते हैं. गर्मी के मौसम में गाय-भैंस ज्यादा बीमार पड़ने लगती हैं. जबकि उनकी पाचन प्रक्रिया भी बहुत ज्यादा कमजोर हो जाती है. जिसके चलते वह खाना खाना कम कर देती हैं और उनका दूध भी कम हो जाता है. हालांकि कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जिन्हें आजमा कर आप पशुओं से औसत उत्पादन ले सकते हैं.
ज्यादा पानी की होती है जरूरत
एक्सपर्ट कहते हैं गर्मी के मौसम आवेशियों को पानी की अधिक जरूरत होती है. इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाना चाहिए. साथ ही चारे के रूप में हरी-हरी घास ज्यादा दें, ताकि उनके शरीर को पूरा पोषक तत्व मिल सके. इससे मवेशियों के स्वास्थ्य पर अच्छा असर होगा और वह हेल्दी रहेंगे. मवेशियों को आटा और सरसों भी मिलकर दिया जा सकता है. किसान यह कर सकते हैं कि 300 ग्राम सरसों का तेल में 200 ग्राम गेहूं का आटा मिला दें और शाम के समय पशुओं को चारा खिलाने से पहले पानी पिलाने के बाद उसे खिला दें.
ये दवा देने का होगा फायदा
किसानों को याद रखना चाहिए कि कभी भी दवा खिलाने के बाद गाय-भैंस को भूलकर भी पानी न पिलाएं. यह दावा अपनी गाय भैंस को लगातार एक हफ्ते तक खिलते रहें. अगर किसान चाहे तो गाय भैंस की दूध क्षमता बढ़ाने के लिए घर पर ही औषधि दवाई बना सकते हैं. इसके लिए मेथी, कच्चा नारियल, गेहूं का दलिया, गुड़ शर्बत, जीरा और अजवाइन का मिश्रण बना लें. गाय के बच्चा देने के तीन दिन बाद तक मिश्रण को खिलाते रहें. इसके बाद गाय-भैंसों को सामान्य आहार देना शुरू कर दें, आप देखेंगे कि दूध उत्पादन अच्छा रहेगा.
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