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Milk Production: गाय-भैंस दूध दे रही है कम तो हो सकती है ये बीमारी, यहां 16 प्वाइंट्स में पढ़ें इलाज

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प्रतीकात्मक फोटो. livestock animal news

नई दिल्ली. दुधारू पशु अक्सर दूध कम देने लगते हैं. इसके चलते पशुपालक समझते हैं कि पशु पौष्टिक चारा न खा पाने की वजह से दूध कम दे रहे हैं. हालांकि कई बार दूध की कमी ऐगलैक्सिया (Agalactia) बीमारी का रूप ले लेती है. यह रोग गायों भैंसों, ऊंटों और भेड़-बकरियों को होता हैं. एक्सपर्ट इसके कारण को बताते हुए कहते हैं कि स्वास्थ्य की कमजोरी, अच्छे चारे-दाने की कमी, किसी रोग से प्रभावित होने पर, थन में किसी प्रकार का दर्द होना, किसी प्रकार का शॉक या भय, अविकसित स्तन ग्रन्थि इत्यादि इस रोग के मुख्य कारण हैं.

अगर इस बीमारी के लक्षण की बात की जाए तो निश्चित मात्रा से कम दूध, शरीर निर्बल, संक्रामक अथवा असंक्रामक रोग, थन में किसी प्रकार का परेशानी आदि है. बताए गए लक्षण दिखाई दें तो तुरंत इसका इलाज करना बेहतर होता है. वहीं डॉक्टर भी की सलाह ली जा सकती है. आइए नीचे आपको 16 प्वाइंट्स में बताते हैं कि कैसे इसका इलाज किया जा सकता है.

इस तरह करें इलाज

  1. किसी प्रकार का संबंधित रोग होने पर रोग का उपचार करना चाहिए.
  2. चारा-दाना पौष्टिककारक होना चाहिए।.दाना के साथ विटामिन और मिनरल मिक्चर जैसे मिक्सचर या बून ओ मिल्क या एब्लोमीन या मिल्कमिन या मिनल फोर्ट 20-30 ग्राम दाना में मिलाकर प्रतिदिन खिलाना चाहिए.
  3. लेप्टाडेन 10 दिनों तक सुबह-शाम 10-10 गोलियां खिलाकर, फिर 10 दिनों तक 5-5 गोलियां खिलाये.
  4. मोरोलौक की 10 गोलियों को दिन में दो बार 10 दिनों तक खिलाया जा सकता है. दूग्ध दान 4 टेबलेट दिन में दो बार व 10 दिनों तक पुनः आधी मात्रा 5 दिनों तक दें.
  5. गैलोग या गैलाकोल ग्रेन्यूल्स 25-30 ग्राम प्रतिदिन दाने में खिलाने से लाभ होता है. न्यूट्रीमिल्क – 25-30 ग्राम दाने में मिलाकर प्रतिदिन दें.
  6. मिल्क मैक्स 50 ग्राम प्रतिदिन दाने में मिलाकर खिलाने से दूध की कमी को दूर सकते हैं.
  7. टोनोमिल्क -50 ग्राम दाने में मिलाकर 10 दिनों तक खिलायें. बोवाटील बड़े पशुओं को 5- 10 ग्राम एवं छोटे को 2-5 ग्राम गुड़ या दाना में प्रतिदिन दें.
  8. लैक्टोवेट-25-30 ग्राम दाने में मिलाकर दिन में दो बार 7-10 दिनों तक खिलायें. ओसोपान- 50-100 ग्राम बड़े गाय-भैंस को तथा 20-30 ग्राम भेड़ बकरी को प्रतिदिन दें.
  9. वेटिल्क-50 ग्राम दाने में मिलाकर प्रति दिन दें.
  10. काल्डी-12-10 मि.ली. मांस में सुई से प्रतिदिन 1-2 हफ्ते तक दें.
  11. काल-डी रूबरा-50 मि.ली. सुबह-शाम पिलायें.
  12. औस्टोकैल्शियम बी 12, 50-100 मि.ली. दिन में दो बार पिलावें तथा इसके साथ विटाब्लेन्ड ए डी3 एक बोतल में 20 ग्राम मिला दिया करें.
  13. मेरीवीट एडी या विटाब्लेन्ट एडी3 5 ग्राम प्रतिदिन 1 माह तक दें। इसके बाद 2-5 ग्राम प्रतिदिन दें.
  14. लैक्टोबुन – गाय, भैंस, ऊँट को 25 ग्राम, भेड़ बकरियों 10 ग्राम प्रतिदिन खिलाएं. ग्रोमिल्क 25 ग्राम या 10-15 गोलियां दिन में 2 बार 15 दिनों तक दें.
  15. बायोबूस्ट पाउडर गाय, भैंस, ऊँट को 10 ग्राम और भेड़ बकरियों को 5 ग्राम प्रतिदिन खिलाएं.
  16. कालडीवेट या एस्काल 50 मि.ली. प्रतिदिन सुबह-शाम पिलावे। या कैल्सीरॉयल बड़ों को 40 ग्राम दाना या पानी में प्रतिदिन दें.

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