नई दिल्ली. पशुपालन को सरकार बढ़ावा दे रही है ताकि किसानों की इनकम दोगुनी हो जाए. यही वजह है कि सरकार लोन की भी व्यवस्था करती है. ताकि लोन लेकर किसान पशुपालन करें और कृषि के अलावा अपनी आय का एक और जरिया बना लें. वहीं इसका फायदा ये भी है कि अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है. किसानों की मदद के लिए शुरू किया गया किसान क्रेडिट कार्ड पशुपालन में भी लागू किया गया है. जिसका फायदा उठाकर किसान पशुपालन कर रहे हैं. सरकारी आंकड़े ये कहते हैं कि सबसे ज्यादा किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल पशुपालन में किया गया है.
साल 2019 में, केसीसी योजना को पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन की कार्यशील पूंजीगत की आवश्यकता को कवर करने के लिए लागू किया गया था. इसके तहत बैंक 1.60 लाख रुपये तक कोलैटरल फ्री लोन दे सकते हैं. भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की “संशोधित ब्याज सबवेंशन योजना” के तहत KCC कार्डों पर पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन के लिए कार्यशील पूंजीगत जरूरत पर बैंकों को 1.5 प्रतिशत की ब्याज सबवेंशन और किसानों को 3 प्रतिशत का जल्द चुकौती प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है. लोन एक साल के लिये दिया जाता है.
आय बढ़ाने में मिलती है मदद
KCC का फायदा उठाकर किसान रियायती ब्याज दरों पर कार्यशील पूंजीगत लोन हासिल कर पाते हैं, जो उन्हें पशुपालन, पोल्ट्री और मत्स्यपालन जैसे कामों के लिए अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है. जबकि किसानों के पास भी पशुधन बीमा, व्यक्तिगत बीमा, संपत्ति बीमा और स्वास्थ्य बीमा (जहां भी उत्पाद उपलब्ध है) का लाभ लेने का विकल्प होता है. यह लोन परिक्रामी (रिवॉलविंग) नकद लोन के रूप में होता है, जिससे किसान अपनी नकदी जरूरतों को पूरा कर पाते हैं. लोन के संस्थागत सोर्स के माध्यम से इन वित्तीय फायदों को सुनिश्चित करके, KCC योजना किसानों को बेहतर संसाधनों में निवेश करने, उत्पादकता में सुधार करने और उनकी आय बढ़ाने में मदद करती है.
सबसे ज्यादा कहां इस्तेमाल हुआ KCC
KCC की मदद से किसान पशुपालन में अपनी इनकम बढ़ा रहे हैं. हरियाणा में 216482, हिमाचल प्रदेश में 69823, जम्मू और कश्मीर में 219754, पंजाब में 379902 और राजस्थान में 628648 किसानों ने KCC का पशुपालन में इस्तेमाल किया गया है. वहीं बिहार में 290061] मध्य प्रदेश में 220537, उत्तर प्रदेश में 612266, गुजरात में 474965, महाराष्ट्र में 104948, कर्नाटक में 220805, तमिलनाडु में 713732 लोगों ने KCC लिया है. सभी राज्यों के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो 4703323 किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल पशुपालन में हुआ है. जिसमें से 52108.68 बकाया राशि है. यह जानकारी मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी.
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