नई दिल्ली. भेड़ पालन भी एक ऐसा व्यवसाय है जो कृषि के साथ किया जा सकता है. वर्तमान में भारत में भेड़ पालन करके बहुत से किसान लाखों में कमाई कर रहे हैं. भेड़ पालन दुनिया के कुछ देशों में लोगों के बीच पारंपरिक व्यवसाय है. राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहां पर भेड़ पालन बड़े पैमाने पर किया जाता है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी भारत में भेड़ पालन करके लोग अपनी आजीविका चलाते हैं.
भेड़ पालन किसान मांस, ऊन और कृषि खाद के लिए करते हैं. काफी जगहों पर भेड़ का मांस बहुत ज्यादा स्वादिष्ट माना जाता है. इसके साथ ही लाभदायक होता है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए शुष्क जलवायु पहाड़ी और रेगिस्तान क्षेत्र में इस लोग इसे पलते हैं. भेड़ पालन करने के लिए इस व्यवसाय को समझना बहुत ज्यादा जरूरी होता है. सबसे पहले आपको इस व्यवसाय के लिए योजना बनानी होगी. इसके बाद अपने बजट के हिसाब से काम करना होगा. भेड़ पालने के लिए आपको एक बाड़े की जरूरतर होगी. भेड़ पालने के लिए चार होना भी जरूरी है.
मीट और ऊन के लिए पालेंः दुनिया में भेड़ की कई नस्ल पाई जाती हैं. सभी नस्ल हर तरह की जलवायु परिस्थितियों को झेलने के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती हैं. इसलिए स्थान और जलवायु के ध्यान में रखते ही नस्लों का चुनाव किया जाना चाहिए. अगर बात करें नस्लों की तो मांस के लिए मालपुरा, जैसलमेरी, मंडिया, मारवाड़ी, नाली शाबाबाद, छोटानागपुरी और बीकानेरी आदि को पाला जाता है. वहीं दरी और ऊन लिए मुख्य रूप मालापुराए जैसलमेरीए मारवाड़ीए शहाबाबाद और छोटा नागपुरी को पाल सकते हैं. भेड़ साल में एक बार ऊन और दो से अधिक बच्चों के लिए जानी जाती है.
कहां बेचे भेड़ कोः भेड़ पालन का बिजनेस एक से डेढ़ साल में मुनाफा देने लगता है. भेड़ के लिए आपको ऐसे घर का निर्माण करना होगा कि जो भेड़ को नकारात्मक जलवायु परिस्थितियों से बचा सके. जिससे वह रोग से बचे रहे हैं. इसके अलावा उनके रहने के स्थान प्रकाश और हवा की लगातार की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. इसके अलावा जल निकासी की व्यवस्था भी होनी चाहिए. जिससे गंदगी, बदबू कैसी स्थिति न बने. भेड़ पालन शुरू करने के लिए व्यवसाय की रणनीति बनाना जरूरी है. मार्केटिंग के लिए आपको स्थानीय बाजारों और स्थानीय क्षेत्र का कवर करना चाहिए. आप अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी भेड़ को बेच सकते हैं.
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