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FSSAI ने डेयरी ऑपरेटर के लिए बनाए नियम, अब घर-दुकान में ऐसे बिकेगा दूध

हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों को बोनस का तोहफा दिया जा रहा है.
प्रतीकात्मक फोटो. livestock animal news

नई दिल्ली. हाल ही में दिल्ली के 9 डेयरी फार्म की अंदर की तस्वीरें सामने आईं थी. तस्वीरें इतनी डराने वालीं थी कि इंसान सीधे दूध तो क्या चाय पीना भी छोड़ दे. खासतौर पर गाजीपुर और भलस्वा डेयरी के हालात बहुत ही ज्यादा खराब थे. दिल्ली हाईकोर्ट ने भी इसे लेकर बहुत सख्त टिप्पणी की थी. कोर्ट में सुनैना सिब्बल के याचिका दाखि‍ल करने के बाद अब दिल्ली ही नहीं देशभर के डेयरी फार्म के हालात सुधारने की उम्मीद जागी है. हाल ही में इंडियन फूड सिक्योरिटी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी (FSSAI) ने डेयरी फार्म के लिए दूध उत्पादन से लेकर उसे घर-दुकान में सप्लाई करने तक के संबंध में कुछ नियम बनाए हैं.

ये नियम उन पर लागू होंगे जो फार्म में गाय-भैंस का दूध दुहकर सीधे ग्राहकों को बेचते हैं. नियमों में डेयरी फार्म की पर्यावरण स्वच्छता, दूध का स्वच्छ उत्पादन, दूध प्रबंधन, स्टोर और ट्रांसपोर्टेशन और डेयरी फार्म की साफ-सफाई शामिल है. FSSAI ने अभी नियमों का नोटिफिकेशन जारी किया है. साथ ही 60 दिनों का वक्त देते हुए आम जनता और संबंधि‍त कारोबारियों से इस पर सुझाव मांगे हैं. बीते कुछ वक्त पहले दिल्ली की डेयरियों के मामले में जो तस्वीरें सामने आईं थी उसमे डेयरी फार्म के अंदर गाय-भैंस गोबर और पेशाब के दलदल में बंधी हुईं थी. वहीं बैठकर भैंसों का दूध निकाला जा रहा था. दूध के बर्तन भी उसी गंदगी के बीच पड़े हुए थे. मरे हुए बछड़ों को खुले में ही डाल दिया गया था. चारे में फफूंदी लगी हुई थी. गाय-भैंस के शरीर पर बड़े-बड़े खुले जख्म थे.

ऐसे होंगे देशभर के डेयरी फार्म
पर्यावरण स्वच्छता- डेयरी फार्म हवादार और अच्छी रोशनी वाले बनाए जाएंगे. गंदगी का निपटान तुरंत करना होगा. पशुओं के पीने से लेकर डेयरी में इस्तेमाल होने वाला पानी साफ और स्वच्छ रखना होगा. खराब चारा देने से बचना होगा. दूध का स्वच्छ उत्पादन- दूध दुहने वाली जगह में किसी दूसरे जानवर और पक्षी की एंट्री ना होगा. पशु के थन चोटिल ना हों और साफ हों. दूध देने वाला पशु कम से कम 11 तरह की बीमारियों से फ्री होना चाहिए. जबरन दूध लेने के लिए आक्सीटोसिन इंजेक्शन ना दिया जा रहा हो.

कितना रखना चाहिए तापमान
दूध प्रबंधन, स्टोर और ट्रांसपोर्टेशन- जो दूध बिकने से रह जाए तो उस बचे हुए दूध को 4 से 6 डिग्री तापमान पर रखा जाए. दूध स्टोर करने की जगह पशुओं के बाड़े से दूर होनी चाहिए. दूध दुहने के 4 घंटे के अंदर बेच दिया जाए या वितरित कर दिया जाए. डेयरी की साफ-सफाई- दूध की कैन को ठंडे पानी से धोएं, डिटर्जेंट पाउडर से रगड़ें, उबलते पानी से धोएं या उसकी भाप से स्टेरेलाइज्ड कर लें. डेयरी सेनेटाइजिंग सोल्युशन का इस्तेमाल कर सकते हैं. कैन को सूरज की रोशनी में सुखाने की कोशि‍श करें. इसी तरह से दूध निकालने वाली मशीन को भी धोएं.

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