नई दिल्ली. न्यूट्रिशन एक्सपर्ट मानते हैं कि अंडा प्रोटीन का सबसे सस्ता और अच्छा सोर्स है. उनकी मानें तो एक उबले हुए अंडे में 6 ग्राम तक प्रोटीन पाया जाता है. वहीं एक 70 किलो वजन के व्यक्ति को हर दिन 7 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है, ऐसे में कहा जा सकता है कि अंडों से काफी हद तक इसकी पूर्ति की जा सकती है. यही वजह है कि न्यूट्रिशन एक्सपर्ट भी लोगों को सलाह देते हैं कि अपनी रोजमर्रा की डाइट में अंडों को जरूर शामिल करें. ताकि उनकी प्रोटीन की जरूरत पूरी हो सके. ये बात भी फैक्ट है कि जैसे-जैसे अंडों की डिमांड बढ़ेगी, इसका फायदा पोल्ट्री सेक्टर को भी मिलेगा.
हालांकि अंडों को लेकर कई तरह की अफवाहें भी सोशल मीडिया पर तैरती रहती हैं. जैसे काफी लोग अंडे को मांसाहारी बता कर इसको डाइट में नहीं शामिल करते हैं और लोगों को भी करने से मना करते हैं. जबकि इसको लेकर पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सख्त रूख अख्तियार किया है और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में एक व्यक्ति पर अंडों की संख्या और बढ़ सकती है. फिलहाल आंकड़े तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
तेजी से बढ़ रही है अंडों की खपत
आंकड़ों की मानें तो भारत में अंडों की खपत लगातार बढ़ रही है. जिसके चलते देश की आजादी के बाद से अब तक साल दर साल अंडों की खपत का आंकड़ा बढ़ा है. जब देश आजाद हुआ था तब, प्रति व्यक्ति के हिस्से में महज पांच अंडे आते थे, लेकिन आज उत्पादन क्षमता और डिमांड के कारण प्रति व्यक्ति के हिस्से में 103 अंडे आ रहे हैं. इससे पोल्ट्री सेक्टर को मजबूती मिली है और ये सेक्टर तेजी के साथ आगे बढ़ा है. आपको यहां ये भी बताते चलें कि न्यूट्रिशन एक्सपर्ट 1 साल में प्रति व्यक्ति को 185 अंडे खाने की सलाह देते हैं. जिस आंकड़े से भी हम पीछे हैं, लेकिन आने वाले समय में ये आंकड़ा भी छूआ लिया जाएगा.
पोल्ट्री सेक्टर को भी मिलेगा फायदा
अब लोगों में अवेयरनेस बढ़ी है. यही वजह है कि आम लोग भोजन को पौष्टिक बनाने के लिए दूध घी मांस मछली के साथ अंडे को भी शामिल कर रहे हैं. आज बहुत सारे घरों में अंडों का सेवन किया जा रहा है. सुबह की शुरुआत ब्रेड आमलेट के साथ हो रही है. अंडे से बनी डिश का क्रेज भी बाजारों में खूब है. लोग चट्टी चौराहों पर सुबह और शाम में आमलेट और उबले हुए अंडे खाते नजर आ जाएंगे. जिससे कहा जा सकता है की तस्वीर काफी हद तक बदल गई है. वहीं अंडों का प्रोडक्शन भी बढ़ा है. लगातार डिमांड बढ़ रही है तो प्रोडक्शन भी बढ़ाया जा रहा है. इससे पोल्ट्री सेक्टर को भी फायदा मिलेगा.
Year | Per Capita Availability |
1950-51 | 05 |
1960-61 | 07 |
1973-74 | 13 |
1979-80 | 14 |
1980-81 | 15 |
1990-91 | 25 |
2000-01 | 36 |
2010-11 | 51 |
2020-21 | 90 |
2022-23 | 101 |
2023-24 | 103 |
नोट: ये आंकड़े भारत के केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए हैं. |
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