नई दिल्ली. अंडा आम आदमी के भोजन में शामिल हो गया है. यही वजह है अंडे की डिमांड लगातार बढ़ती ही चली जा रही है. कभी—कभी तो देश में हालात ऐसे हो जाते हैं कि मुर्गी फार्म संचालक अंडे की आपूर्ति मांड के हिसाब से नहीं कर पाते. देश आजाद हुआ था तो पर व्यक्ति अंडा महज 5 हुआ करता था लेकिन अब प्रति व्यक्ति 101 प्रति वर्ष पहुंच गया है हालांकि डॉक्टर इस अभी भी कम बताते हैं. डॉक्टर कहते कि एक साल में एक आदमी के हिस्से में कम से कम 185 अंडे आने चाहिए. क्या आपको ये पता है कि इन अंडों का उत्पादन सबसे ज्यादा किस प्रदेश में होता में होता, नहीं! तो आज हम आपको बता देते हैं. अंडा उत्पादन में दक्षिण भारत ने उत्तर भारत को बहुत पीछे छोड़ दिया है.
एक वक्त था जब लोग अंडे को मासाहारी बताकर इसको भोजन में शामिल नहीं करते थे लेकिन अब की बात करें तो ज्यादातर लोग इसका उपयोग कर रहे हैं. यही वजह है कि देश जब आजाद हुआ था तो एक साल में प्रति व्यक्ति के हिस्से में महज पांच अंडे आते थे लेकिन आज उत्पादन क्षमता और डिमांड के कारण प्रति वर्ष एक व्यक्ति के हिस्से में 101 अंडा आ रहा है. जिस हिसाब से मांग बढ़ रही है, उत्पादन भी उसी तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है. अंडा उत्पादन में आंध्रप्रदेश नंबर वन पर है तो तमिलनाडु दूसरे पर और तेलंगाना तीसरे पर. आइए नीचे दी गई सूची पर नजर डालते हैं कि किस प्रदेश में कितना अंडा उत्पादन होता है.
State | figures in crore |
आंध्र प्रदेश | 278 करोड़ |
तमिलनाडु | 215 करोड़ |
तेलंगाना | 177 करोड़ |
पश्चिमी बंगाल | 137.5 करोड़ |
कर्नाटक | 91 करोड़ |
हरियाणा | 82 करोड़ |
महाराष्ट्र | 73 करोड़ |
पंजाब | 63 करोड़ |
उत्तर प्रदेश | 46 करोड़ |
ओडिशा | 34 करोड़ |
नोट: ये आंकड़े भारत के केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए हैं. |
Leave a comment