नई दिल्ली. अगर आप मुर्गी फार्म संचालन करते या फिर फार्म खोलने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले मन में सवाल आता है कि इस तैयार माल को कहां पर बेचेंगे और कहां से बच्चे लेकर आएंगे। कुछ ऐसे सवाल हैं जो पोल्ट्री फार्म खोलने से पहले लोगों दिमाग में दौड़ते हैं कि आप अंडा कहां बेचते हैं. मुर्गी हर रोज अंडा देती है, रोज के रोज अंडे को बाजार पहुंचाना है. लोगों के इन्हीं सवालों के जवाब देने के लिए इस खबर को पढ़ना बेहद जरूरी है. लोगों की इन्हीं समस्याओं का समाधान करने के लिए हम देश की 30 बड़ी मंडी की सूची नीचे दे रहे हैं, जिन्हें पढ़कर अपनी नजदीकी मंडी से व्यापार कर सकते हैं.
हरियाणा में देश की सबसे बड़ी अंडा मंडी
हम देश की 30 मंडियों की बात कर रहे हैं, इसमें अंडे की सबसे बड़ी मंडी हरियाणा की बरवाला में है. अंडे के थोक व्यापारी हफिज बताते हैं कि हरियानी के बरवाला मंडी में रोजाना 1.5 करोड़ से 1.75 करोड़ अंडों की खरीद-फरोख्त होती है. प्रत्येक दिन इसी मंडी से अंडे का भाव भी तय होता है. देश की ज्यादातर मंडियों में बरवाला के रेट पर ही अंडे बिकते हैं. बरवाला मंडी में तय हुए रेट के साथ प्रति 100 अंडे पर 20 रुपये ट्रांसपोर्ट के जोड़कर लेन-देन होता है. जैसे बरवाला मंडी में आज 560 रुपये के 100 अंडे हैं. तो दूसरी मंडियों में 560 के साथ 20 रुपये ट्रांसपोर्ट के जोड़कर 580 रुपये के 100 अंडे बेचे जाएंगे. हालांकि नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसीसी) भी अंडे के रेट तय करती है.
ये हैं देश की 30 बड़ी मंडियां
बरवाल अंडा मंडी के बाद अजमेर, राजस्थान और यूपी का गोरखपुर भी बड़ी अंडा मंडी की सूची में शामिल है. इसके अलावा बेंग्लूर, बहरामपुर, चैन्नई, चित्तूर, दिल्ली, ईस्ट गोदावरी, वेस्टट गोदावरी, सूरत, लुधियाना, मुम्बई, मैसूर, नमक्कल, पुणे, विजयवाड़ा, वारंगल, भोपाल, इंदौर, कानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरपुर, होसपेट, हैदराबाद, जबलपुर, कोलकाता, रायपुर, नागपुर, पटना, रांची और वाराणसी अंडे की थोक की बड़ी मंडी हैं.
लोकल बाजार में काम करने से नुकसान कम फायदा ज्यादा
आगरा के पोल्ट्री संचालक मनीष शर्मा कहते हैं कि बाहर की मंडी में अंडा भेजने में काफी नुकसान हो जाता है। ट्रांसपोर्ट के दौरान अंडा बड़ी संख्या में टूटता है. इसलिए स्थानीय मार्केट में अंडा बेचने में ही फायदा होता है. मसलन ट्रांसपोर्ट समेत बरवाला का रेट 530 रुपये प्रति 100 अंडे है तो आपका अंडा 5 रुपये महंगा भी बिक सकता है. बस इतना हो सकता है कि आपका माल एक-दो दिन की उधारी पर बिके. क्योंकि लोकल बाजार में बैठा ट्रेडर्स 5 रुपये सैकड़ा के हिसाब से महंगा माल खरीदकर रास्ते में अंडे के टूटने से हो रहे नुकसान से बचा देता है.
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