नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग में कई तरह के उपकरण की जरूरत होती है. इसमें फीडिंग उपकरण भी आते हैं. फीडिंग उपकरण में हाथ से भरे जाने वाले लाइन फीडर, लटकाने वाले फीडर और किसी तरह के भी फीडर हों पर सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि फीडर में पर्याप्त जगह की होनी चाहिए. यदि मुर्गी को खाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलती तो उसकी ग्रोथ कम हो जाती है और फ्लॉक में असमानता बढ़ती है. फीड हमेशा मुर्गी की पहुंच में होना चाहिए. जिससे वो उतना फीड खा ले जितना जरूरी होता है. यदि ऐसा होता है तभी मुर्गियां उस वजन को पहुंच पाती है जिसके लिए उन्हें पाला जाता है और वो ज्यादा से ज्यादा और बेहतर क्वालिटी के अंडों का उत्पादन करती हैं.
वहीं रह एक हजार मुर्गियों के लिए 25 से 30 ट्रफ फीडर की जरूरत होती है. जिनमें हर एक की लंबाई 5 फीट या 1.5 मीटर होती है. इस फीडर के ऊपर एक जाली फिट की जाती है, जिसमे से मुर्गी अपनी गर्दन डाल कर दाना खाती है, जैसे जैसे मुर्गी की उम्र बढ़ती है, इसकी ऊंचाई भी बढ़ायी जाती है. जिससे फीड लिट्टर के पड़ने गंदा नहीं होता है.
हैंगिंग हॉपर क्या होता है
हैंगिंग फीडर प्लास्टिक के बने हुए फीडर होते हैं, जो अलग-अलग क्षमता में मिलते हैं. इनका साइज 5 से 12 किलो तक होता है. ये फीडर दूसरे हफ्ते से आखिरी तक लगाए जाते हैं, एक हैंगिंग फीडर 50 मुर्गियों के लिए काफी होता है. चूजों को फीडर की प्लेट में दाना दिया जाता है. वहीं मुर्गियों की हाई प्रोडक्टिविटी बनाए रखने के लिए उचित तापमान का होना बहुत जरूरी होता है. तापमान का ऊपर नीचे होना मुर्गियों की हैल्थ के लिए नुकसानदेह होता है. क्योंकि उससे मुर्गियों पर काफी स्ट्रेस आ जाता है. इसीलिए तापमान को बनाए रखने के लिए कई उपकरणों की जरूरत पड़ती है.
कब होता है ब्रूडिंग का इस्तेमाल
बिजली से होने वाली ब्रूडिंग, गैस से होने वाली ब्रूडिंग, कोयले से होने वाली ब्रूडिंग मौसम, जगह और फार्म की बनावट को ध्यान में रखते हुए इस्तेमाल की जाती है. सर्दियो में फार्म के एक तिहाई हिस्से में ब्रूडिंग होनी चाहिए. गर्मियों में फार्म के आधे हिस्से में ब्रूडिंग होनी चाहिए. ये बात सही है कि हीट को बनाए रखना चाहिए लेकिन इसके लिए हवा के बहाव (वेंटीलेशन) से समझौता नही किया जा सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए ब्रॉयलर चूजे बहुत तेजी से बढ़ते हैं. इसका खास ध्यान रखना चाहिए कि फार्म में जरूरी हवा का बहाव बना रहे. जिससे चूजों को हानिकारक गैसों से राहत मिले और भरपूर ऑक्सीजन मिलती रहे. तापमान को मापने के लिए फार्म में चूजों की ऊंचाई के हिसाब से रूम थर्मामीटर लगाकर रखना चाहिए.
Leave a comment