नई दिल्ली. मुर्गी पालन से आपको अच्छी कमाई हो सकती है और आप इस काम में नए हैं तो यह खबर आपके लिए हो सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुर्गी पालन अंडों और मीट के उत्पादन के लिए किया जाता है. लेयर मुर्गियां अंडो का उत्पादन करती हैं और इसे बेचकर किसान खूब मुनाफा कमाते हैं. वही ब्रॉयलर मुर्गों को मीट के लिए पाला जाता है. जिससे फार्मर्स को कमाई होती है. इसके अलावा देसी मुर्गी का पालन भी किया जाता है. जिससे अंडों के उत्पादन के साथ-साथ मीट का भी उत्पादन होता है. ये मुर्गियां दोनों काम में आती हैं. इनका अंडा भी पसंद किया जाता है, जबकि इनका मीट भी बेहतर माना जाता है.
अगर आप पोल्ट्री फार्मर हैं तो यह जान लें कि हर दिन मुर्गियों की जरूरत को पूरा करने के लिए उन्हें फीड खिलाया जाता है. ब्रॉयलर मुर्गों को दिन के अलावा रात में भी फीड दिया जाता है. ताकि वह तेजी के साथ बढ़ें हैं और उन्हें बेचकर इससे कमाई की जा सके. आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि मुर्गियों को हर रोज कितना फीड देना चाहिए, इस बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं.
अंडा देने वाली मुर्गी कितना खाती है दाना
पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो अंडे देने वाली मुर्गियां को रोजाना करीब 100 ग्राम दाना खाने के लिए दिया जाता है. पोल्ट्री फार्म के संचालक चाहें तो यह दाना उन्हें तीन से चार बार में भी दे सकते हैं. वहीं सर्दी में 5 ग्राम दाना अतिरिक्त देना पड़ता है. जबकि सर्दी हो या गर्मी हर रोज उन्हें 10 ग्राम कंकड़ पत्थर भी पीसकर खिलाया जाता है. पोल्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो मुर्गियों को दाने में मक्का, गेहूं, ज्वार और बाजारा जैसे अनाज देना चाहिए. बीमार मुर्गियों को खाना देने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. लेयर फीड को घर के पानी और दूध के साथ मिलाकर मैश बनाकर भी दिया जा सकता है.
कितना फीड खाते हैं ब्रॉयलर मुर्गे
ब्रॉयलर मुर्गों को कितना फीड देना चाहिए, ये इस बात पर निर्भर करता है कि उनकी गुणवत्ता कैसी है. ब्रॉयलर को चिकन फीड खिलाया जाता है. क्योंकि ये प्रोटीन से भरपूर होता है और इससे तेजी के साथ उनका विकास होता है. ब्रॉयलर मुर्गों को फीड देने के लिए गेहूं और जई का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. गेहूं, कार्बोहाइड्रेट का अच्छा सोर्स होता है. ये प्रोटीन से भरपूर होता है. जबकि जई फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होती है. ब्रॉयलर फीड तीन तरह के होते हैं. स्टार्टर, ग्रोवर और फिनिशर. चूजों को स्टार्टर चारे की जरूरत होती है. इसमें आमतौर पर 20 फीसदी प्रोटीन होता है. यदि एक मुर्गे का वजन 190 ग्राम है तो उसके द्वारा खाए गए फीड का वज 190 ग्राम से कम होना चाहिए. 14 दिन के ब्रॉयलर का वजन 400 से 500 ग्राम से कम नहीं होना चाहिए. जबकि किसी भी हफ्ते में फीड की खपत 360 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
देसी मुर्गी को कितना देना चाहिए फीड
बात की जाए देसी मुर्गियों कि उन्हें कितना फीड दिया जाए तो इन मुर्गियों को भी 100 से 105 ग्राम दाना दिया जा सकता है. सर्दियों में मुर्गियों को ज्यादा दाना दिया जाता है. इन्हें एक बार में दाना न देकर तीन बार में देना बेहतर होता है. मकई, चावल के कण, चोकर, मूंगफली की खाली, सोया, कपास के बीज दिए जा सकते हैं. अगर आपने सोनाली मुर्गी पाला है तो 70 से 75 दिन में 1 किलो की हो जाती है. जिसमें एक मुर्गी तीन किलो से 3.50 किलो फीड खा लेती है. वहीं अगर आप बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं तो फीड की खपत कम रहती है. क्योंकि इस तरह की फार्मिंग में मुर्गियां घर में पड़े अनाज और तमाम वेस्ट चीजों को खाकर भी अपना पेट भर लेती है.
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