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प्रतिबंधित सफेद कबूतरों की क्यों होती है तस्करी, रेलवे के कोच अटेडेंट 42 कबूतरों के साथ अरेस्ट

Railway coach attendant arrested for smuggling white pigeons, livestockanimalnews.com
तस्करी करके लाए गए सफेद कबूतर

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मथुरा में सफेद कबूतरों की तस्करी करते हुए ट्रेन के दो कोच अटेंडेंट को अरेस्ट किया गया. ये दोनों ही कबूतरों की तस्करी कर रहे थे. आरपीएफ की टीम ने प्रतिबंधित नस्ल के 42 कबूतर बरामद किए. दोनों आरोपी अटेंडेंट गोल्डन टेंपल मेल ट्रेन में तैनात थे. सफेद कबूतरों को कागज के कार्टून में बंद कर ले जा रहे थे. मुखबिर की सूचना पर दोनों कोच अटेंडेंट पर कार्रवाई की गई. ये सफेद कबूतर पंजाब के लुधियाना से मथुरा में लाकर सप्लाई करते थे. सूचना पर मथुरा रेलवे स्टेशन पर आई गोल्डन टेंपल मेल दोनों कोच अटेंडेट पर कार्रवाई की गई.

जानवरों की ही नहीं पक्षियों की भी तस्करी की जाती है. इसमें सफेद कबूतरों को तस्करी कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाया ले जाया जाता है. ये सफेद कबूतर बहुत महंगे बिकते हैं. पंजाब से बढ़ी संख्या में इन कबूतरों को लाकर अन्य प्रदेशों में सप्लाई कर दी जाती है. अब तस्करों ने कैरियर के रूप में किसी आम आदमी को नहीं ​बल्कि रेलवे कर्मचारियों का इस्तमाल करना शुरू कर दिया है. यही वजह वजह है कि कभी शराब तो कभी कबूतरों की तस्करी करते हुए रेलवे कर्मचारी पकड़े जाते हैं. इस बार सफेद कबूतरों की तस्करी करते हुए दो कोच अटेंडेट को अरेस्ट किया गया है. बताया जाता है कि सफेद कबूतर बहुत महंगे बिकते हैं.

शराब तस्करी में भी पकड़ा गया था एक अटेडेंट
मथुरा में सफेद कबूतरों की तस्करी करते हुए ट्रेन के दो कोच अटेंडेंट को आरपीएफ ने अरेस्ट किया गया. आरपीएफ की टीम ने प्रतिबंधित नस्ल के 42 कबूतर बरामद किए. दोनों आरोपी अटेंडेंट गोल्डन टेंपल मेल ट्रेन में तैनात थे. मुखबिर की सूचना पर आरपीएफ ने गोल्डन टेंपन मेल में दोनों कोच अटेंडेंट पर कार्रवाई की. इन कबूतरों को पंजाब के लुधियााना से लाकर मथुरा में तस्करी करनी थी. इस बारे में दोनों कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है. दोनों आरोपी कोच अटेंडेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. ट्रेन के एसी कोच में तैनात अटेंडेंट तस्करी का काम कर रहे थे. कुछ दिन पहले एक कोच अटेंडेंट शराब तस्करी के मामले में पकड़ा गया था.

यूपी-एमपी, राजस्थान और गुजरात में करते हैं सप्लाई
आरपीएफ की टीम ने दोनों अटेडेंट के कब्जे से कार्टन में छिपाकर रखे गए 42 कबूतर बरामद किए.ये दोनों काटर्न ट्रेन के एसी कोच बी—1 और बी—6 में रखे हुए थे. तस्करी के आरोप में आरपीएफ ने सुनील लोधी पुत्र दाताराम लोधी उम्र 25 वर्ष निवासी शमशाबाद रोड ग्राम अकबरपुर थाना ताजगंज B1 कोच में अटेंडेंट का काम कर रहा था जबकि दूसरा आरोपी अनुराग चौहान पुत्र मुकेश सिंह चौहान उम्र 24 वर्ष निवासी माधव नगर कॉलोनी थाना हजीरा जिला ग्वालियर मध्य प्रदेश B6 कोच में अटेंडेंट था. आरपीएफ ने पकड़कर जीआरपी को सौंप दिया. पुलिस ने पूछताछ की तो बताया कि पंजाब के लुधियाना से सफेद कबूतर लेकर आते हैं और उत्तर प्रदेश के मथुरा, गुजरात के बड़ोदरा और मध्य प्रदेश के रतलाम में इन प्रतिबंधित कबूतरों की तस्करी करते हैं.

क्यों है सफेद कबूतरों की डिमांड
सफेद कबूतरोंकी तस्करी की खबरों के बारे में सुना जाता है. इस नस्ल के कबूतर की डिमांड बहुत होती है. ये प्रतिबंधित कबूतर भी है. इसकी डिमांड उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में होती है. इन राज्यों में इसे ज्यादा कीमत पर खरीदा जाता है. सफेद कबूतरों की कीमत हजारों रुपये में है. मथुरा जंक्शन के आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अवधेश गोस्वामी ने बताया कि गोल्डन टेंपल मेल ट्रेन के एसी कोच B1 और B6 से 42 सफेद कबूतर बरामद किए गए हैं. सभी कबूतरों को वन विभागकी टीम को सौंप दिया. अब वन विभाग इन कबूतरों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ेगा.
वहीं आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

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