नई दिल्ली. कहां तो ये कहा जा रहा है कि किसानों का खेती के प्रति रझान कम हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के आंकड़े बता रहे हैं कि लोगों की दिलचस्पी खेती की ओर बढ़ी है. दरअसल, पीएयू के शैक्षणिक सत्र 2024-25 ने 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ा दिया है. यहां 5,446 आवेदन प्राप्त हुए हैं. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) को 2024-25 के दौरान विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए कुल 5,446 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा है.
इस बारे में जानकारी देते हुए पीएयू के रजिस्ट्रार ऋषिपाल सिंह ने बताया कि वर्ष 2019, 2020, 2021, 2022 और 2023 में पंजाब, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और एनआरआई (अनिवासी भारतीय) के छात्रों से क्रमवार कुल 5,173; 5,117; 3,681; 3,123 और 3,378 आवेदन प्राप्त हुए थे. हालांकि इस साल 5,446 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो पीएयू में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में शिक्षा के लिए छात्रों की बढ़ती प्राथमिकता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि शिक्षाविदों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर कृषि को बढ़ावा देने का काम पीयू द्वारा किया गया है, इसी का ये नतीजा है.
इतने फीसदी बढ़ गए एडमिशन
रजिस्ट्रार ऋषिपाल सिंह ने कहा कि “कुल मिलाकर, 2024-25 (3 जून, 2024 तक) के दौरान अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कार्यक्रमों के लिए क्रमवार 3,939 और 1,507 छात्रों ने आवेदन किया है. जबकि 2023-24 के दौरान 2,037 और 1,341 छात्रों ने विभिन्न पीएयू शैक्षणिक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन किया था. जबकि मौजूदा एकेडमिक सेशन में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए 1,902 और 166 आवेदनों में इजाफा हुआ है. जिससे संख्या 3,378 से बढ़कर 5,446 हो गई है. जो 2,068 का बड़ा अंतर है. वहीं ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के लिए आवेदनों की संख्या में 93.37 प्रतिशत और 12.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जो मौजूदा एकेडमिक सीजन के दौरान प्रतिशत वृद्धि को 61.21 प्रतिशत तक बढ़ाता है.
कुलपति ने की तारीफ
रजिस्ट्रार ने साल 2024-25 के दौरान विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाओं का विवरण साझा करते हुए खुलासा किया कि कुल 2,629 छात्रों ने कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 2,264 उपस्थित थे. वहीं पीएयू के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने कहा, “हालांकि युवाओं का पलायन पंजाब और इसकी कृषि के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, फिर भी जब पीएयू में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को अपने विषय के रूप में चुनने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या की बात आती है तो तस्वीर उतनी भी खराब नहीं है.” उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कृषि के अलावा युवाओं के लिए रोजगार के अवसर तथा अन्य अनेक अवसर उपलब्ध करवाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है.
युवाओं के खुल रही है नई राहें
उन्होंने कहा कि इसके लिए कृषि से संबंधित उद्यमों में उनके कौशल को निखारा जा रहा है. कौशल वृद्धि तथा बिजनेस प्रमोशन पंजाब के युवाओं के लिए सामाजिक-आर्थिक द्वार खोल रही है. जिससे वे कड़ी मेहनत कर सकते हैं. अपना बिजनेस या स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं. तथा राज्य में अपनी आजीविका चला सकते हैं. इतना ही नहीं, अनेक युवा किसान विदेश से लौटने के बाद पीएयू से “एकीकृत फसल उत्पादन” में तीन महीने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं जो युवाओं की अपनी जड़ों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता तथा विश्वविद्यालय से मिल रहे निरंतर सहयोग को दर्शाता है.
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