Home पोल्ट्री Poultry: मानसून में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, नहीं तो हो जाएंगी बीमार, जानिए एक्सपर्ट की सलाह
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Poultry: मानसून में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, नहीं तो हो जाएंगी बीमार, जानिए एक्सपर्ट की सलाह

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प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. बरसात के मौसम में पशुओं को सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इसमें भी अगर बात मुर्गी पालन की हो तो और भी ज्यादा सावधनी बरतने की जरूरत है. पोल्ट्री एक्सपर्ट के अनुसार अगर बारिश में मुर्गी भीग जाए तो कई तरह की बीमारियां लग जाती हैं. ठंड से मुर्गी बेहाल हो जाएगी. इसके अलावा कई तरह के संक्रमण और बीमारियां फैलने का खतरा पैदा हो जाता है. इसलिए बारिश के दौरान अपने पोल्ट्री फार्म में बेहद सावधनी बरतने की जरूरत होती है. बरसात का मौसम भी शुरू होने वाला है, ऐसे में मुर्गियों को कैसे सुरक्षित रखें, इस बारे में एक्सपर्ट कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिन्हें फोलो करके अपनी मुर्गियों को सुरक्षित रखा जा सकता है.

भारत के ​कुछ हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है और उन इलाकों में झमाझम बारिश भी हो रही है. जबकि कुछ इलाकों में मानूसन पहुंचने वाला है. बारिश खेती है लिए तो बेहद फायदेमंद होती है लेकिन मुर्गियों के लिए नुकसानदायक. ऐसे में सवाल उठता है बारिश के मौसम में मुर्गियों को कैसे सुरक्षित रखें, जिससे वे बीमार न हों. इन्हीं सब सवालों का जवाब इस आर्टिकल के अंदर मिलेगा. पोल्ट्री एक्सपर्ट मनीष शर्मा बता रहे हैं कि बारिश से कैसे मुर्गियों को बचाकर रखें. नीचे दिए गए प्वाइंट को ध्यान से पढ़ें.

बारिश के मौसम में होती है ये परेशानी
बारिश में मुर्गी भीगने से कई तरह के संक्रमण और बीमारियां लग जाती हैं.
बरसात का मौसम आर्द्रता के स्तर को बढ़ाता है.
बारिश में मुर्गियों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है.
बैक्टीरिया और वायरस से मुर्गी संक्रमित हो जाती है.
बारिश के पानी में जमीन में कई तरह के कीड़े पड़ जाते हैं.
मनसून और ठंड में मुर्गियों को ज्यादा भूख लगती है.

इन बातों का रखें बेहद ध्यान
फार्म की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
उनके खानपान पर खासतौर पर ध्यान दें.
फार्म में हीटर का प्रयोग करें, ठंड से राहत मिलेगी.
चूजों को गर्माहट पसंद है क्योंकि वे अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाते.
बारिश में पीने के पानी का ध्यान रखना होगा.
उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए डी-वॉर्मर्स बहुत जरूरी है.
दो-तीन महीने में एक बार डी-वॉर्मर्स दे सकते हैं.
मुर्गियों और चूजों को नमी से बचाने के लिए जगह को सूखा रखें.
बारिश में मच्छर व अन्य रक्त-चूसने वाले कीड़ों के साथ बीमारियों से बचाने के लिए उनका टीकाकरण कराएं.

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