डेयरी फार्म चलाने वाले बहुत से लोग दूध को या तो बड़ी डेयरी कंपनियों को बेच देते हैं या फिर खुद भी बेचते हैं. इसके अलावा कई बार दूधियों को भी दूध सेल किया जाता है और वो एक जगह से दूध कलेक्ट करके अलग-अलग जगहों पर लोगों को घरों तक डिलीवरी करता है. क्योंकि दूध को सही से वक्त पर पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है. इस वजह से डेयरी फार्म संचालक जल्दी से दूध को बेच देना चाहते हैं. मसलन, सुबह में जो दूध दूहा गया है उसे स्टोर करने का सिस्टम डेयरी फार्म पर नहीं होता है. ऐसे में दूध खराब होने का खतरा रहता है.
कई बार दूध की क्वालिटी भी बहुत अच्छी होती है उसके बावजूद डेयरी संचालकों को उसका अच्छा रेट नहीं मिल पाता है. अगर आप भी डेयरी फार्म चलते हैं तो खुद ही दूध को आसानी से बेच सकते हैं. इसके लिए आपको मिल्क पाउच पैकिंग मशीन की जरूरत होगी. जिससे आप दूध को पाउच में पैक करके बड़ी कंपनियों की तरह से लोगों के घरों और दुकानों पर सेल कर सकते हैं. इससे दूध को पहुंचाने में ज्यादा दिक्कतों सामना नहीं करना पड़ेगा. आसानी के साथ दूध की डिलीवरी हो जाएगी.
इस तरह काम करती है मशीन
आपके जहन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर मिल्क पाउच पैकिंग मशीन क्या होती है. आपको बताते चलें कि मिल्क पाउच पैकिंग मशीन में एक टैंक होता है. जिसमें सारा मिल्क डाला जाता है. फिर पाइप के जरिए मशीन में मिल्क आता है और यहां पर टेंपरेचर वगैरह सेट करने का सिस्टम दिया जाता है. कितने एमएल का बैग भरना ये सारी चीज मशीन में सेट करनी होती है. इसके बाद एक-एक पाउच सील पैक होकर निकलता रहता है और उसके बाद क्रॉस चेक करने के लिए एक बार फिर से वजन काटे कर दिया जाता है.
पाउच से होती है आसानी
अक्सर डेयरी संचालक ग्लास की बोटल में दूध लोगों तक पहुंचाते हैं या फिर एल्यूमीनियम के टैंक में पहुंचाते हैं. दोनों तरह से दूध पहुंचाने में कई तरह की परेशानी आती है. ग्लास के बोतल में अगर दूध है तो ग्लास की बोटल टूटने, उसे धोने, अगर वक्त पर न धोया जाए तो स्मेल आने की समस्या रहती है. वहीं दूध को बहुत ही सावधानी से डिलीवरी करना होता है. जबकि टैंक में भी दूध को ले जाने में दिक्कत होती है. डिलीवरी के समय नापना होता है. इससे वक्त भी जाया होता है. जबकि पाउच में पैक दूध की तुरंत डिलीवरी की जा सकती है.
Leave a comment