नई दिल्ली. एनडीडीबी और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन अब डेयरी किसानों को गोबर से भी इनकम कराएगी. दरअसल, प्लान ये है कि किसानों से गोबर खरीदकर और मिल्क कॉपरेटिव सोसाइटी की मदद करके बायोगैस प्लांट लगाने में मदद करके किसानों की आय में इजाफा किया जाए. इससे किसानों को फायदा मिलेगा. बताते चलें कि इस प्लान के बारे में बनासकांठा मिल्क यूनियन (बनास डेयरी) द्वारा आयोजित किसान बैठक में जहां 2500 से अधिक किसानों ने हिस्सा, लिया वहां चर्चा हुई. इससे पहले सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष टी सुजुकी का किसानों ने स्वागत किया.
इस अवसर पर गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष और बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर चौधरी, सुजुकी मोटर्स (मारुति सुजुकी), बनास डेयरी और एनडीडीबी के अधिकारियों सहित एनडीडीबी के कार्यकारी निदेशक एस राजीव भी मौजूद थे. कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें ‘भूमि अमृत’ ब्रांड का शुभारंभ भी शामिल था, जो दामा में बायोसीएनजी संयंत्र में उत्पादित प्रोम और एफओएम, कृषि संजीवनी आदि जैसे जैविक उर्वरकों को एक साथ लाता है.
बायोगैस पावर प्लस किया लॉन्च्
एनडीडीबी और बनास डेयरी की ओर से व्यापक ज्वाइंट रिसर्च और विकास व फील्ड परीक्षणों के साथ प्रोड्यूस बायोगैस घोल आधारित तरल ‘पावर प्लस’ भी लॉन्च किया गया. बनास डेयरी की कामयाबी महिला सशक्तिकरण का प्रमाण रही है और एनडीडीबी हमेशा बनास डेयरी के साथ साझेदारी करती रही है. इसके अलावा, दो सहकारी समिति सचिवों को कार्यक्रम के दौरान ईईसीओ वाहन प्राप्त हुए. सीएनजी/सीबीजी-विशेष रूप से गोबर आधारित सीबीजी द्वारा संचालित ये वाहन ग्रामीण समुदायों को महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ प्रदान करने के लिए तैयार हैं. ण्
एमओयू किया साइन
एनडीडीबी, बनास डेयरी और सुजुकी आरएंडडी सेंटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसडीआरआई) (मारुति सुजुकी) ने गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष और बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर चौधरी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन, जापान के अध्यक्ष टी सुजुकी, सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन, जापान के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बनास डेयरी के एमडी श्री केनिचिरो आयुकावा, एनडीडीबी के कार्यकारी निदेशक और बनास डेयरी के बोर्ड सदस्यों की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. बनासकांठा मिल्क यूनियन द्वारा आयोजित किसान बैठक में लगभग 2,500 किसान भी मौजूद थे. ओएमयू रिसर्च के माध्यम से तीनों संगठनों के बीच सहयोग का और विस्तार करेगा जिससे बायोगैस प्लांटों की क्षमता में वृद्धि होगी.
दूध के अलावा गोबर से भी हो सकती है कमाई
एनडीडीबी के अध्यक्ष ने बताया कि एनडीडीबी पूरे देश में गोबर आधारित बायोगैस मॉडल को बढ़ावा दे रही है. बनास डेयरी में इसका विस्तार दर्शाता है कि कैसे डेयरी किसानों को न केवल दूध से बल्कि गोबर से भी नियमित आय प्रदान कर सकती है. बायोगैस और जैविक उर्वरकों में एनडीडीबी का व्यापक अनुसंधान और विकास तथा उनका व्यवस्थित व्यावसायीकरण यह सुनिश्चित करने में बहुत मददगार साबित होगा कि ईंधन और उर्वरकों के लिए आयात पर हमारी निर्भरता काफी कम हो.
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