Home डेयरी Milk Production: ज्यादा दूध उत्पादन लेने के लिए गौशाला में इन कामों को जरूर कर लें पशुपालक
डेयरी

Milk Production: ज्यादा दूध उत्पादन लेने के लिए गौशाला में इन कामों को जरूर कर लें पशुपालक

Semen Bank, Sahiwal, Rathi, Desi Cow, Embryo Transplantation Technology, Pandit Deendayal Upadhyaya University of Veterinary Sciences, Mathura
सीमन और राठी गाय की प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. पशुपालन में पशुओं की अच्छी तरह से देखभाल करने से फायदा मिलता है. जब पशुओं का ख्याल ठीक तरह से रखा जाता है तो उनसे उत्पादन भी बेहतर मिलता है. पशुपालन करने वाले किसान अक्सर पशुओं की देखरेख में छोटी-बड़ी गलती कर देते हैं. इसके चलते बेहतर उत्पादन उन्हें नहीं मिलता है. जब पशु दूध का उत्पादन नहीं करता है तो डेयरी कारोबाबारियों को इसका नुकसान उठाना पड़ता है. पशुपालकों को चाहिए की पशुओं की देखरेख कैसे की जाए, इसकी जानकारी एक्सपर्ट से जरूर कर लें. इस आर्टिकल में हम आपको कुछ अहम जानकारी देने जा रहे हैं, जो पशुपालकों के लिए जानना बेहद ही जरूरी है.

एक्सपर्ट कहते हैं कि सभी गौशालाओं में पशु चिकित्सा और देखभाल के लिए अलग से स्थान होना चाहिए. बड़े आकार की गौशालाओं में उनसे जुड़ी पशु चिकित्सा क्लीनिक या डिस्पेन्सरी होनी चाहिए. पशु चिकित्सा सुविधा में पशु की जांच करने वाला कक्ष, ऑपरेशन कक्ष तथा पशु देखभाल बाड़े अथवा अहाते के साथ अलग से पशु बंद आवास का प्रावधान होना चाहिए.

जांच टेबल जरूर रखें
एक्सपर्ट कहते हैं कि पशु जांच कक्ष में एक जांच टेबल होनी चाहिए. जिसे आसानी से साफ तथा विसंक्रमित किया जा सके और वहां हाथ धोने के लिए गर्म तथा ठंडे पानी की आपूर्ति वाला वॉश बेसिन होना चाहिए. इस कमरे में पशुओं की पूरी तरह से क्लीनिकल जांच करने के लिए जरूरी उपकरण और औजार होने चाहिए. ऑपरेशन कक्ष में बड़े पशुओं की शल्य चिकित्सा करने के लिए जरूरी उपकरणों के साथ अलग से एक सर्जिकल कक्ष अथवा घिरा हुआ क्षेत्र होना चाहिए. गौशाला में एक इंडोर पशु आवास सुविधा होनी चाहिए. जिससे इस अस्पताल में कई गायों को एक साथ रखा जा सके.

अलग से होना चाहिए अहाता
गौशाला में संदिग्ध संक्रामक रोगों से प्रभावित क्वारंटाइन पशुओं के आवास की व्यवस्था होनी चाहिए. यह अस्पताल के अन्य सभी क्षेत्रों से अलग होनी चाहिए, ताकि अन्य क्षेत्रों में रोग के प्रसार को रोका जा सके. सभी गौशालाओं में पशुओं का भार मापने, टीकाकरण, टैगिंग व छिड़काव आदि के उद्देश्य से पशुओं को नियंत्रित तथा एकत्रित करने के लिए एक देखभाल बाड़ा अथवा अहाता होना चाहिए. देखभाल बाड़े के विभिन्न हिस्सा बाड़ों का आकार एवं संख्या संभाली जाने वाली गायों की संख्या पर निर्भर करती है.

कितनी होनी चाहिए लंबाई-चौड़ाई
अगर 100 गायों के लिए देखभाल क्षेत्र की 10 मीटर की लंबाई होनी चाहिए. जबकि चौड़ाई 5 मीटर रखनी चाहिए. वहीं 500 गाड़ियों के लिए 20 मीटर की लंबाई चौड़ाई 5 मीटर की जबकि 1000 गायों के लिए 30 मीटर की लंबाई और चौड़ाई 10 मीटर की होनी चाहिए. वहीं गौशाला प्रबंधक तथा सुपरवाइजर एवं कम से कम 10-25 प्रतिशत मजदूरों का आवास गौशाला परिसर में ही होना चाहिए.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

डेयरी

Milk Production: लेबोरेटरी में कैसे चेक किया जाता है दूध, फैट जांचने का तरीका पढ़ें यहां

वैसे तो दूध में वसा टेस्ट करने के अनेक तरीके वैज्ञानिकों ने...

हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों को बोनस का तोहफा दिया जा रहा है.
डेयरी

Milk Production: 50 फीसद गांवों को दूध नेटवर्क से जोड़ेगी सरकार

सरकार की तरफ से नई 381 दुग्ध सहकारी समितियों का गठन कर...

Goat Farming, Goat Farm, CIRG, Pure Breed Goat
डेयरी

Goat Farming: बकरी को खिलाएं ये खास खुराक, बढ़ेगा दूध उत्पादन और हो जाएंगी तंदुरुस्त

जिससे आपको सीधे तोर फायदा मिलता है. बकरी दिन-ब-दिन मोटी ताजी होती...