नई दिल्ली. एनडीडीबी की ओर से जम्मू कश्मीर में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. जहां पर महिला दूध उत्पादकों और महिला डीसीएस सचिवों को जानवरों की उत्पादकता, पशुओं की सेहत और गुणवत्तायुक्त उत्पादन को लेकर ट्रेनिंग दी गई. इस दौरान उन्हें अहम जानकारी मिली. वहीं दूसरी ओर किसान सदस्यों के लिए करमसद, आणंद में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां किानों को चारा उद्यमिता और व्यवसाय मॉडल पर विस्तार से जानकारी मुहैया कराई.
महिला डीसीएस सचिवों को दी ट्रेनिंग
एनडीडीबी ने जम्मू कश्मीर मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव लिमिटेड से संबद्ध 15 महिला दूध उत्पादकों और महिला डीसीएस सचिवों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम में जानवरों की उत्पादकता वृद्धि, गुणवत्ता आश्वासन, मूल्य और सिद्धांत जैसे विषयों को शामिल किया गया था. प्रतिभागियों ने डेयरी सहकारी समितियों, दूध प्रसंस्करण केंद्रों, खाद सहकारी समितियों, बछड़ा पालन फार्म, चारा प्रदर्शन इकाई और पशु चारा प्लांट जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का दौरा किया. प्रगतिशील डेयरी किसानों के साथ बातचीत से बहुमूल्य जानकारियां मिलीं. इस गहन अनुभव ने डेयरी उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में उनकी समझ को बढ़ाया, स्थानीय सहकारी समितियों में उनकी संबंधित भूमिकाओं को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया.
चारा और व्यवसाय मॉडल के बारे में जाना
एनडीडीबी तथा खेड़ा दुग्ध संघ अमूल डेयरी के संयुक्त तत्वाधान में केन्द्रीय क्षेत्र की 10,000 एफ.पी.ओ. योजना के अंतर्गत नव-गठित फॉडर प्लस एफ.पी.ओ. के किसान सदस्यों के लिए करमसद, आणंद में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 400 से अधिक किसानों, एफ.पी.ओ. के निदेशक मण्डल, एन.डी.बी.बी. एवं अमूल डेयरी के अधिकारी शामिल हुए. इस कार्यक्रम के दौरान एफपीओ के किसानों को विभिन्न चारा उद्यमिता और व्यवसाय मॉडल पर विस्तृत जानकारी दी गई. इस दौरान साइलेज निर्माण और टी.एम.आर. उत्पादन का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया गया.
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