नई दिल्ली. डेयरी कारोबार करने वाले पशुपालकों को ये बात तो मालूम ही होगी कि गाय-भैंस के दूध में SNF (सॉलिड नॉट फैट) जितना ज्यादा होता है, दूध की गुणवत्ता उतनी ज्यादा अच्छी मानी जाती है. जबकि SNF वाले दूध से बने प्रोडक्ट को भी अच्छी क्वालिटी वाला माना जाता है. इसके उलट अकर दूध में SNF की मात्रा कम होगी तो दूध या उससे बने प्रोडक्ट अच्छा नहीं माना जाता है. अगर बात करें गाय के दूध की तो इसमें SNF की मात्रा 4 से 8.5 फीसदी होती है, जबकि भैंस के दूध में यह गाय के दूध से थोड़ा ज्यादा 9 से 10 फीसद तक होती है. आसान शब्दों में दूध में पानी और फैट के अलावा लैक्टोज, विटामिन, और दूसरे मिनरल्स की मात्रा को SNF कहा जाता है.
इंडियन डेयरी एसोसिएशन के एक्सपर्ट के मुताबिक दूध के अंदर पानी और बैटरफैट के अलावा जो पदार्थ होते हैं उन्हें SNF यानि सोलिड नॉन फैट कहते हैं. ये दूध की गुणवत्ता को बेहतर करने वाला बहुत ही जरूरी पदार्थ माना जाता है. इसलिए समझदार पशुपालक हमेशा ही चाहते हैं कि उनके पशु से हासिल दूध में SNF की मात्रा ज्यादा हो. आपको यहां ये भी बताते चलें कि भैंस के दूध में SNF की मात्रा निर्धारित करने के लिए FSSAI ने मानक भी तय किये हैं. इसके मुताबिक गर्मी के मौसम में SNF की मात्रा 9.0 से 9.5 फीसदी और सर्दी के मौसम में SNF की मात्रा 8.5 से 9.0 फीसद होनी चाहिए.
इस तरह बढ़ाएं दूध में SNF
अगर पशुपालक चाहें तो गाय-भैंस के दूध में SNF को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए 100 ग्राम टाटा नमक, 200 ग्राम सरसों का तेल, 100 ग्राम गुड़, 100 ग्राम कैल्शियम को लेना होगा. सभी को अपने पशुओं के चारे दें तो पशु अधिक से अधिक दूध तो देगा ही साथ ही उसके दूध की क्वालिटी में भी सुधार होगा. इसका मतलब ये है कि SNF में इजाफा होगा. इसके दूसरे तरीके के मुताबिक सबसे पहले पशुपालक मक्का लें और उसे बिल्कुल बारीक पीस लें. ठीक आटे की तरह इसे सानकर इसमें कुछ पानी डालते हैं और उसे गूंध लें. इसके बाद इसके छोटे-छोटे पेड़े बनाएं और चकला बेलन से बेलें. फिर इसे तवे पर सेकें और रोजाना सुबह उनकी तीन से चार रोटियां अपने पशु को खाने के लिए दें. इस उपाय को कुछ दिन तक लगातार दोहराते रहें. ऐसा करने से गाय या भैंस के दूध में SNF बढ़ जाएगा.
SNF के लिए सही मात्रा में खिलाएं हरा चारा
इंडियन डेयरी एसोसिएशन के एक्सपर्ट की मानें तो दूध में SNF को बढ़ाने के लिए पशुपालक भाई पशु के ब्याने पहले और ब्याने के बाद सही मात्रा में हरा चारा और सूखा चारा दें तो इससे फायदा होगा. इसके अलावा पशुओं की साफ-सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए. इन्हें रोग से बचाकर रखना चाहिए. पशुपालक भाई अगर दूध की गुणवत्ता बेहतर चाहते हैं तो एक अच्छी नस्ल का पशु खरीदना उनकी प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए. क्योंकि एक अच्छी नस्ल का ही पशु बेहतर उत्पादन करता है. इसलिए अगर आप डेयरी उद्योग के लिए एक गाय या भैंस खरीद रहे हैं तो उसकी नस्ल का चुनाव सोच समझकर करना चाहिए.
Leave a comment