नई दिल्ली. अवैध वन्यजीव शोषण के खिलाफ कार्रवई करते हुए, उत्तर क्षेप्रदेश वन विभाग ने आगरा के सदर क्षेत्र स्थित कंपनी गार्डन से नौ भारतीय ग्रे लंगूरों को पकड़कर ले गई. इनमें 6 मादा, 2 नर और एक बच्चा लंगूर शामिल थे. लंगूरों को अलग-अलग पिंजरों में बंद कर उन्हें सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया गया, और अदालत से अनुमति प्राप्त करने के बाद, उन्हें वाइल्डलाइफ एसओएस की सहायता से उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया.
आगरा के सदर स्थित कंपनी गार्डन में इन लंगूरों को रस्सी से बांध कर रखा हुआ था. टीम ने रस्सियों को खोलकर अधिकारियों से अनुमति लेने के बाद लंगूरों को वापस जंगल में छोड़ दिया. बता दें कि अवैध वन्यजीव शोषण अभियान में, उत्तर प्रदेश वन विभाग को आगरा के सदर क्षेत्र में एक आवासीय कॉलोनी में बंधे 8 लंगूरों के बारे में शिकायत मिली. आदर्श कुमार, प्रभागीय वन अधिकारी, आगरा ने कहा, “यह एक अवैध व्यापार है और हम कई लोगों को ट्रैक करने और इस प्रथा को कम करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि लंगूर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची II के तहत संरक्षित है। अन्य जंगली जानवरों को रखना जैसे तोते और कछुए भी अवैध हैं, और ऐसा करना हमें आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने पर मजबूर कर सकता है.
बंदरों से बताई जाती है पुरानी प्रतिद्वंद्विता
बैजूराज एम.वी, डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, वाइल्डलाइफ एसओएस ने कहा कि लंगूर और बंदर की सदियों पुरानी प्रतिद्वंद्विता का फायदा उठाते हुए, शिकारी जंगल से लंगूरों को पकड़ लेते हैं ताकि उन्हें विभिन्न शहरों में बढ़ते बंदरों के खतरे से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके. हालाँकि, यह पूर्ण रूप से गलत है, और इस मिथक का फायदा उठाते हुए यह लोग इस प्रथा को और भी बढ़ावा देता है.

इन देशों में पाए जाते हैं ग्रे लंगूर
भारतीय ग्रे लंगूर काले चेहरे और कानों वाला एक बड़ा प्राइमेट है, और पेड़ों पर संतुलन बनाए रखने के लिए इसकी एक लंबी पूंछ होती है। लंगूर सबसे अधिक भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान में पाए जाते हैं। वे रेगिस्तानों, वर्षावनों और पर्वतीय आवासों में निवास करते हैं। वे मानव बस्तियों के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित हो सकते हैं, और गांवों, कस्बों और आवास या कृषि वाले क्षेत्रों में भी देखे जा सकते हैं.
लंगूर ताकतवर और अन्य बंदरों से बुद्धिमान होते हैं.
जानकारों की मानें तो दुनिया में बंदरों की बहुत प्रजातियां पाई जाती हैं, इन्हीं में से लंगूर एक उप प्रजाति है. ये अन्य बंदरों की तुलना में बड़े और शक्तिशाली होते हैं. लंबर पूछ के कारण उन्हें लंगूर की संज्ञा दी गई है. ये अन्य बंदरों की तुलना में सुंदर और ज्यादा बुद्धिमान और कम आक्रामक होते हैं लेकिन बंदरों को देखकर ये बहुत आक्रमक हो जाते हैं, यही वजह से है बंदर लंगूरों को देखकर भागने लगते हैं.
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