नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में वाराणसी के पिंडरा में अमूल बनास डेयरी प्लांट का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी-2024 करेंगे. उनके साथ यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे. इतना ही नहीं इस समारोह में वाराणसी सहित पूर्वांचल के एक लाख से अधिक गोपालक और किसानों को बुलाया गया है. बता दें कि बनास काशी संकुल 30 एकड़ में फैला हुआ है.इस पर 622 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वर्तमान में बनास डेयरी के दूध का कारोबार यूपी के 47 जिलों के 4600 गांवों तक फैला हुआ है. अगले साल तक ये दूध संग्रहण 70 जिलों के 7000 गांवों तक फैल जाएगा.
शास्त्री जी डॉ वर्गीस कुरियन से क्या कहा
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री का सपना था कि आणंद जैसी डेरियां पूरे देश में हों. सन 1964 में सरदार पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर को, कैरा संघ के पशुओं के आहार के लिए आणंद से आठ किमी दूर कंजारी में स्थापित, भारत के पहले आधुनिक स्वसंचालित संयंत्र का उद्धघाटन करने के लिए शास्त्रीजी कार्यक्रम से एक दिन पहले ही पहुंच गए थे और रात्रि में गावं में घूम-घूम कर किसानों, पशुपलकों से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की थी. मिल्क मैन के नाम से मशहूर डॉ. वर्गीस कुरियन द्वारा आणंद डेयरी के बारे दी जानकारी के बाद शास्त्री जी ने कुरियन से कहा “इसका मतलब है कि हमारे पास कई आणंद हो सकते हैं. आप पूरे भारत में आणंद जैसी संस्थाओं का निर्माण करिए, भारत सरकार आपको ब्लैंक चेक देगी” अर्थात धन की कमी आड़े नहीं आएगी.
शास्त्रीजी ने देखा था डेयरी उद्योग को पूरे देश में फैलाने का सपना
पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के उस सपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में बनास डेयरी काशी संकुल की स्थापना करके पूरा कर दिया है. वाराणसी और आस-पास के क्षेत्र में नए रोजगार मुहैया कराने तथा आर्थिक, सामाजिक विकास को एक नई गति प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को बनास काशी संकुल की आधारशिला रखी थी और अब 23 फरवरी 2024 को अमूल बनास डेयरी प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. दो वर्ष में बनास काशी संकुल तैयार होकर वाराणसी और इसके आस-पास के जिलों जैसे जौनपुर, गाज़ीपुर, चंदौली, भदोही, मीरजापुर, आजमगढ़ आदि पशुपलकों एवम किसानों के आर्थिक-सामजिक प्रगति का द्वार खोल दिया है.
हजारों लोगों को रोजगार मुहैया करा रहा प्लांट
बनास काशी संकुल 30 एकड़ में फैला है, जिसकी क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन दूध की प्रोसेसिंग की है. इस परियोजना को 622 करोड़ रुपये की कुल लागत से स्थापित किया गया है. बनास डेयरी अपने वाराणसी प्लांट के जरिए 500 लोगों को प्रत्यक्ष और 80,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से को रोजगार दे रहा है, जिसमें दुग्ध उत्पादक और किसान भी शामिल हैं, जो आने वाले समय में बढ़कर 3 लाख तक पहुंच जाएगी.
पूर्वांचल के किसानों को दी उपहार में गिर गायें
150 उच्च गुणवत्ता वाली गिर गायें, पूर्वांचल के किसानों को उपहार में दी गईं हैं और यूपी से साहीवाल, लाल सिंधी और गंगातीरी और गुजरात से गिर की सर्वोत्तम स्थानीय गाय की नस्लों से भ्रूण तैयार कर दिया गया है, जिससे पूर्वांचल में वैज्ञानिक पशुपालन को एक नई दिशा मिलेगी.
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