Home मछली पालन Fisheries: मछली पालकों को KCC पर लोन लेने के लिए अब नहीं जाना होगा बैंक, पढ़ें डिटेल
मछली पालन

Fisheries: मछली पालकों को KCC पर लोन लेने के लिए अब नहीं जाना होगा बैंक, पढ़ें डिटेल

fisheries department
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मत्स्य पालकों के लिए एक अच्छा खबर सामने आई है. मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के मकसद से सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) पर लोन लेने के लिए बैंक जाने की परेशानी से निजात दे दी है. दरअसल, मत्स्य पालन विभाग ने जनसमर्थ पोर्टल पर केसीसी मत्स्य पालन योजना के एकीकरण का उद्घाटन किया है. कहा जा रह है कि इससे पूरे देश में मछुआरों, मछली किसानों आदि के लिए ऋण सुविधा तक पहुंच में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.

वर्चुअल समारोह में मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार, के संयुक्त सचिव सागर मेहरा, वित्तीय सेवा विभाग वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव, पंकज शर्मा, और मुख्य महाप्रबंधक, (डिजिटल परिवर्तन और ई-कॉमर्स), भारतीय स्टेट बैंक के राजीव रंजन प्रसाद ने भाग लेकर केसीसी मत्स्य पालन अनुप्रयोग प्रसंस्करण प्रणाली के डिजिटलीकरण में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया है. सागर मेहरा ने मत्स्य पालन क्षेत्र में ऋण प्रणाली के डिजिटलीकरण में सरकार के अथक प्रयासों पर प्रकाश डाला.

लाभा​र्थियों को मिलेगा फायदा
उन्होंने योजना को जनसमर्थ पोर्टल पर एकीकृत करने के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया. कहा कि जो संस्थागत ऋण सुविधाओं तक निर्बाध पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा और मत्स्य पालन के समावेशी विकास को बढ़ावा देगा. जनसमर्थ पोर्टल पर केसीसी मत्स्य पालन योजना का एकीकरण मछलीपालन क्षेत्र में मछली किसानों और हितधारकों के लिए एक डिजिटल मंच मुहैया करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है. इस पहल का मकसद प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना, वर्कफ़्लो को डिजिटल बनाना और लाभार्थियों के लिए बेहतर पहुंच और पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए कुशल ऋण प्रबंधन सेवाएं प्रदान करना है.

लाखों कार्ड जारी किए गए हैं
मत्स्य पालन विभाग के प्रभावशाली नेतृत्व में, केसीसी मत्स्य पालन योजना के बारे में जागरूकता लाने के लिए व्यापक प्रयास किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में मत्स्य पालन और जलीय कृषि गतिविधियों में लगे लाभार्थियों को 3,01,309 से अधिक केसीसी कार्ड जारी किए गए हैं. यह ठोस प्रयास मछुआरों और मछली किसानों को ऋण सुविधाओं को सशक्त बनाने और मत्स्य पालन उद्योग के विकास को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देता है.

आसानी से कर सकेंगे लोन आवेदन
जनसमर्थ पोर्टल पर केसीसी मत्स्य पालन योजना का एकीकरण मत्स्य पालन क्षेत्र में दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता के एक नए युग की शुरुआत है. देश भर के मछुआरे और मछली किसान अब आसानी से अपने केसीसी ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने ऋण खातों का ऑनलाइन प्रबंधन भी कर सकते हैं.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

जब पूरी जानकारी होगी तो नुकसान का चांसेज कम होगा और इससे मुनाफा ज्यादा होगा. इसलिए अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो जरूरी है कि मछली को खाना खिलाया जाता है उसकी जानकारी तो कम से कम कर लें.
मछली पालनसरकारी स्की‍म

PMMSY की 3 अहम पहल से फिशरीज सेक्टर को हुए कई फायदे, पढ़ें यहां

पीएमएमएसवाई लाभार्थी गतिविधियों और बिजनेस मॉडल के तहत वित्तीय सहायता (1.5 करोड़...

fish farming
मछली पालन

Fish Farming: मछलियों की बेहतर ग्रोथ के लिए किस तरह का फीड दिया जाए, जानें यहां

यदि आप भी चाहते हैं कि आपके तालाब की मछलियां हैल्दी रहें...

Under the Prime Minister Matsya Sampada Yojana (PMMSY), the flagship scheme of the Government of India in Andhra Pradesh, a total investment of Rs 2300 crore has been envisaged in the fisheries sector for five years. livestockanimalnews
मछली पालन

Fisheries: मछुआरों की समस्याओं को हल करने पर दिया गया जोर, परेशानियों का हल भी बताया

नीति निर्माण और वैज्ञानिक अनुसंधान को एक साथ चलना चाहिए और वैज्ञानिक...