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Budget 2024: डेयरी के लिए सरकार ने दिए 30 हजार करोड़ रुपये, पशुपालकों के लिए होंगे ये बड़े काम

अगर थनैला पीड़ित पशुओं की पहचान नहीं हुई है तो दूध के जरिए भी इस बीमारी की पहचान की जा सकती है.
प्रतीकात्मक फोटो। livestockanimalnews

नई दिल्ली. सरकार किसानों की इनकम को बढ़ाने के लिए कई प्रयास करती रही है. इस वजह से पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कोशिशें कर रही है. सरकार का मनना है कि पशुपालन के जरिए किसानों की इनकम बढ़ सकती है. यही वजह है कि कृषि पर निर्भर रहने वाले किसानों को पशुपालन की ओर भी आकर्षित किया जाता रहा है. वहीं सरकार ने अपनी इसी मंशा के मुताबिक बुधवार को पेश किए गये बजट में डेयरी सेक्टर के लिए खजाने का मुंह खोल दिया है. सरकार की ओर से डेयरी सेक्टर को मजबूत करने के लिए हजारों करोड़ देने का ऐलान किया गया है.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बजट पेश किया तो डेयरी सेक्टर से ताल्लुक रखने वालों के खुशखबरी सामने आ गई. इस बजट में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (आईडीएफ) के भीतर पशुपालन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड के विस्तार को मंजूरी दे दी है. यही वजह है कि सरकार की ओर से 2025-2026 तक आगामी तीन वर्षों के लिए 29,610 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया गया है. डेयरी एक्सपर्ट का कहना है कि इस पहल से डेयरी सेक्टर को मजबूती मिलेगी. सरकार चाहती भी है कि किसानों की आय दोगुनी हो. इसलिए इस तरह के फैसला की जरूरत थी.

डेयरी प्रोडक्ट से मिलेगा ज्यादा फायदा
बता दें कि सरकार की ओर बजट में ये ऐलान किया गया है कि डेयरी प्रोसेसिंग को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए अब दूध का मुकम्मल इस्तेमाल किया जाएगा. दूध से सिर्फ घी ही नहीं मक्खन भी निकाला जाए. इस बजट के जरिए प्रोडक्ट डाइवर्सिफिकेशन भी किया जाएगा. इसके तहत एक ऐसी रणनीति बनाई जाएगी जिसके जरिए डेयरी प्रोडक्ट को ज्यादा फायदेमंद बनाया जा सके और इसके उत्पादन को बढ़या जा सके. ताकि ज्यादा से ज्यादा बिक्री हो सके. वहीं डेयरी पशुओं की नस्लों को लेकर भी काम होगा. ऐसी नस्ले तैयार की जाएंगी जो कम लागत में ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करें ताकि किसानों को फायदा मिल सके.

चारा प्लांट लगाया जाएगा
पशुओं के लिए चारा की समस्या नई नहीं है. खासतौर पर गर्मियों में पशुओं को हरा चारा उपलब्ध नहीं होता है. ऐसे में पशु चारा प्लांट लगाने की बात सरकार की ओर से की गई. इससे जहां पशुओं के लिए चारा उपलब्धता बढ़ेगी. वहीं प्लांट के जरिए रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे. इसके अलावा वेस्ट मैनेजमेंट पर भी काम होगा. पशुओं के वेस्ट का इस्तेमाल करके बायो गैस आदि बनाने पर भी काम होगा. वहीं पशुओं की बीमारी एक समस्या है. बीमारियों से पशुओं को कैसे राहत मिले, इसपर काम होगा. इसके लिए पशु चिकित्सा, दवा और वैक्सीन प्रोडक्शन पर जोर दिया जाएगा. इसके लिए प्लांट की स्थापना भी की जाएगी.

प्रोडक्शन को बढ़ाने पर सरकार का जोर
बताया जा रह है कि सरकार की ओर से इन क्षेत्रों में निवेश करके डेयरी सेक्टर को बढ़ावा दिया जाएगा. इन चीजों में निवेश करने से प्रोडक्शन बढ़ेगा और डेयरी किसानों को सबसे पहले इसका फायदा मिलेगा. जब प्रोडक्शन ज्यादा होगा और क्वालिटी के साथ होगा तो दूध का दाम भी ज्यादा मिलेगा. अभी तक प्रोडक्शन को ठीक हो रहा है लेकिन सही दाम न मिलना एक समस्या है लेकिन इसके किसानों को वाजिब दाम मिलेंगे.

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