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Poultry Farming: पोल्ट्री फार्म में चूजों की ब्रूडिंग करने में किन बातों का रखना चाहिए ख्याल, जानें यहां

बीमार मुर्गी का वजन कम हो जाता है और हर समय उदास रहती है.
चूजों की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्म में चूजों की ब्रूडिंग करना बेहद ही जरूरी होता है. चूजों को इससे गर्मी में आराम मिलता है. उनके शरीर की ऊतकों का भी विकास होता है. उनका शारीरिक ढांचा मजबूत होता है. ब्रूडिंग से चूजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है. ब्रूडिंग से चूजों का शारीरिक तापमान भी कंट्रोल में रहता है. इससे चूजों के पंख अच्छे से विकसित होते हैं. वहीं उनका डाइजेशन सिस्टम भी बेहतर होता है. अगर चूजों के सही तरह से ब्रूडिंग न की जाए तो उनका विकास रुक जाता है. इससे पोल्ट्री फार्मिंग में नुकसान होने का खतरा रहता है.

ब्रूडिंग में कई बातों का ख्याल भी रखना चाहिए. चूजों के ताजा पानी उपलब्ध करना चाहिए. ब्रूडिंग के दौरान चीजों को सही जगह रखना चाहिए और चीजों को पर्याप्त रोशनी भी देनी चाहिए. ब्रू​डिंग के दौरान चूजों के पास कार्बन डाइऑक्साइड और अमोनिया का स्तर रखना चाहिए. इसके अलावा भी कई जरूरी बातें हैं, जो बिल्डिंग के दौरान जिनका ख्याल रखना चाहिए. इस बारे में आइए यहां जानते हैं.

इन बातों पर गौर करें पोल्ट्री फॉर्मर
पोल्ट्री एक्सपर्ट कहते हैं कि बिल्डिंग पीरियड कम से कम 8 से 10 दिन का होना चाहिए. ब्रूडिंग स्पेस एरिया 0.5 स्क्वायर फीट एक चूजे के लिए होना चाहिए.

पोल्ट्री फार्म में ड्रिंकर और फीडर की संख्या की बात की जाए. तो यह बर्ड के मुकाबले 1 से 2 फीसदी होनी चाहिए.

पोल्ट्री फार्म के आने से पहले ब्रूडिंग स्पेस को चारों तरफ से पर्दे लगाकर बंद कर देना चाहिए. इससे अंदर का तापमान सही रहता है.

जब चूजे पोल्ट्री फार्म लाए जाएं तो पहले ही गुड़ के पानी के इंतजाम पहले से ही पोल्ट्री फॉर्म में करके रखना चाहिए. साइड ड्रिंकर लगाकर या निप्पल के द्वारा.

वहीं पोल्ट्री फार्म का टेंपरेचर 32 से 34 डिग्री टेंपरेचर तक होना चाहिए. इतना टेंपरेचर हर हाल में मेंटेन करके रखना पड़ता है.

फीड चूजे लाने के चार से पांच घंटे के बाद भी दे सकते हैं. इससे चूजों को नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही होगा. इससे चूजे इधर—उधर दौड़ते हैं और उनका योल्क साफ हो जाएगा.

ब्रूडिंग पीरियड के दौरान टेंपरेचर 32 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए और इसके बाद हर वीक एक से दो विकेट टेंपरेचर कम कर देना चाहिए.

2 दिन तक लोडिंग एरिया का कोई भी पर्दा नहीं खोलना चाहिए 2 दिन के बाद वेंटीलेशन बनाने के लिए थोड़े पर्दे परदे खोल सकते हैं.

2 दिन के बाद वेंटिलेशन का खास ख्याल रखना पड़ता है. शेड में गैस बाहर जाए और फिर फ्रेश हवा अंदर आए, इसका इंतजाम करना चाहिए.

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