नई दिल्ली. अगर किसी पशुपालक भाई से ये कह दिया जाए कि उनका पशु 5 दिन में दूध का उत्पादन डबल कर देगा तो हर पशुपालक उस तरीके को जरूर अपनाना चाहेगा. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि पशुपालक यह तो जरूर चाहते हैं कि उनका पशु ज्यादा दूध दे लेकिन पशु की जितनी क्षमता होती वो उसके ही मुताबिक ही दूध का उत्पादन कर सकते हैं. हालांकि कई बार ऐसा हो जरूर होता है कि पशु अपनी क्षमता के मुताबिक दूध का उत्पादन नहीं करता है. जिसे जिससे पशुपालन में नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए जरूरी होता है कि पशु को कुछ ऐसी चीज दी जाए जिससे वह अपनी क्षमता के मुताबिक दूध उत्पादन करने लगे.
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि अगर पशु अपनी क्षमता को दूध का उत्पादन करता है तो कभी भी डेयरी फार्मिंग में नुकसान नहीं होता है. नुकसान तब होता है जो पशु क्षमता से कम दूध का उत्पादन करता है. इसलिए ये जानना जरूरी है कि पशु किस तरह अपनी क्षमता के मुताबिक दूध का उत्पादन करे. अगर वो क्षमता के मुताबिक दूध का उत्पादन नहीं कर पा रहा है तो कैसे इसे बढ़ाया जा सकता है, इस बारे में जानना बेहद ही जरूरी है. इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि पशु क्यों अपनी क्षमता के मुताबिक दूध का उत्पादन नहीं कर पाता है और इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है.
सही वक्त ये काम होना चाहिए
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि कई बार पशु की दूध देने की कैपेसिटी ज्यादा होती है, लेकिन वह कम दूध का उत्पादन करता है. ज्यादातर ऐसा किसानों की जानकारी के अभाव की वजह से होता है. होता यह है कि जब पशु की डिलीवरी होती है तो मैला जाना 5 दिन तक शुरू नहीं होता है. अगर पशु का मैला साफ नहीं होगा तो फिर पशु का दूध उत्पादन नहीं बढ़ता है. इस स्थिति में आप चाहे जितने भी फार्मूले इस्तेमाल करें लेकिन कभी भी पशु का दूध उत्पादन नहीं बढ़ेगा.
बढ़ जाएगा पशु का मुनाफा
दूध उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं या डबल करना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि पशु का मैला सही वक्त पर गिर जाए. अब यहां यह जानने की जरूरत है कि कैसे पशु का मैला सही वक्त से गिरेगा. इसके लिए 50 ग्राम अजवाइन, 20 ग्राम हल्दी पाउडर ले लें. इसके अलावा 20 ग्राम सोंठ का भी इस्तेमाल भी किया जाएगा. इन सब चीजों को पाउडर बनाकर रख लें और इसे पशु को दे दें. इसके बाद पशु का मैला सही से जाने लगेगा और दूध का उत्पादन भी बढ़ जाएगा और इससे डेयरी फार्मिंग में मुनाफा भी बढ़ जाएगा.
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