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Animal Husbandry: डिलीवरी के दौरान या बाद में नहीं होगी बछिया की मौत, बस ये काम करें पशुपालक

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गिर गाय की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. पशुपालन करने के दौरान कई ऐसी चीजें होती हैं, जिससे पशुपालन में नुकसान होता है. कई बार ऐसा भी होता है कि किसी वजह से पशु कमजोर हो जाते हैं और डिलीवरी वक्त या फिर बाद में उसका बच्चा मर भी जाता है. ऐसे में सीधे तौर पर उनका दूध उत्पादन कम हो जाता है. नतीजे में डेयरी फार्मिंग में नुकसान होने लगता है. अगर आपके पशु के साथ भी कभी ऐसा हुआ है तो पहले से एहतियात बरतने की जरूरत है. खासतौर पर उन पशुओं के साथ जो प्रेग्नेंट हैं. उसे देसी दवा खिलाएं. इससे पशु हेल्दी बच्चे को जन्म देगा और दूध उत्पादन भी ज्यादा करेगा.

अगर आप यह चाहते हैं कि आपका पशु हेल्दी बच्चों को जन्म दे और उसके बाद दूध का उत्पादन बेहतर करे तो यह खबर आपके लिए है. इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें. हम आपको बताएंगे कि कैसे पशु से हैल्दी बच्चा लेना है और ज्यादा से ज्यादा दूध का उत्पादन भी लेना है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि कई बार पशु को प्रेगनेंसी के दौरान कई दिक्कत आ जाती हैं. जिसके चलते उनका बच्चा कमजोर हो जाता है और फिर डिलीवरी के बाद उसकी मौत भी हो जाती है. अगर प्रेगनेंसी के दौरान कुछ भी दिक्कत दिखाई दे तो आप इसका बहुत ही आसानी के साथ इलाज कर सकते हैं.

पशु को सफेद जीरा खिलाएं
इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना है, बस 500 ग्राम सफेद जीरा लेना है और 50 ग्राम सुबह 50 ग्राम शाम में प्रेग्नेंट पशु को खिलाना शुरू कर दें. इसका फायदा ये होगा कि पशु को जो भी दिक्कतें हैं. वह दूर हो जाएंगी और पशु हेल्दी बच्चों को जन्म देगा. इससे आपको बेहतर दूध का उत्पादन भी मिलेगा और डेयरी फार्मिंग में आपको मुनाफा भी कमाने का मौका मिलेगा. अगर पशु का वजन कम है तो आप उसे 50 ग्राम की जगह 40 ग्राम भी दे सकते हैं. पांच दिन तक लगातार देसी दवा देने से फायदा मिलेगा.

इस दवा से भी कर सकते हैं इलाज
आप चाहे तो पशु को होम्योपैथिक दवा भी दे सकते हैं. लैक्टो मूड दवा से भी पशु को होने वाली दिक्कत दूर हो जाती है. दिन में पांच दफा एक-एक बार आपको पशु को ये दवा देनी है. इस दवा को देने से पशु की तमाम दिक्कतें धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी. आपको बता दें कि यहां जो भी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, वह सिर्फ और सिर्फ इनफॉरमेशन के लिए है. आपको पशु चिकित्सक की भी सलाह जरूर ले लेनी चाहिए. उसके बाद ही नुस्खे को आजमाएं. पशुओं को किसी भी तरह की दिक्कत होने में हमेशा ही एनिमल एक्सपर्ट पहले पशु चिकित्सक से सलाह ले लेने की अपील करते हैं.

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