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Shrimp Farming: क्यों करना चाहिए झींगा पालन, यहां पढ़ें इसके फायदे

shrimp farming problems
झींगा की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. ताजा पानी में जलजीव पालन यानि झींगा और मछली पालन पर गौर किया जाए तो साल दर साल इसमें बढ़ोतरी ही हुई है. आंकड़ों पर गौर करेंगे तो हर साल इसमें 6 फीसदी की ग्रोथ हो रही है. इस काम में आने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. यही वजह है कि जहां 1980 में पानी में जलजीव पालन (aquatic life) के जरिए जहां मात्र 3.7 लाख टन का उत्पादन होता था लेकिन 2010 आते-आते दस गुना बढ़कर 40.3 लाख टन को पार हो गया था. जबकि भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के द्वारा जारी मौजूदा वक्त के आंकड़ों पर गौर करें तो ये अब 80 लाख टन के पार पहुंच गया है. इससे पता लग रहा है कि ये आंकड़े आगे चलकर और बढ़ेंगे.

बात की जाए अगर झींगा की तो भारत में उत्पादित होने वाले गैर समुंद्री झींगा की इंटरनेशनल लेवल पर बहुत मांग होती है. हाल ये है कि अमेरिका चीन जैसे देश तो तो इस झींगा के दीवाने हैं. वहां भारतीय झींगा की ज्यादा डिमांड है. हालांकि दूसरी ओर देश में डिमांड कम है. इसके चलते भारत मं भी झींगा की डिमांड बढ़ाने का काम किया जा रहा है. हो सकता है कि बहुत से लोगों के मन में ये सवाल उठता हो कि झींगा पालन काम करना चाहिए या नहीं. इस आर्टिकल में हम आपको झींगा पालन क्यों करना चाहिए, ये बताने जा रहे हैं, जिससे आपक खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि ये काम करना चाहिए कि नहीं.

क्या झींगा पालन करने का फायदा
एक्सपर्ट कहते हैं कि झींगा पालन से ग्रामीण इलाकों में छोटे जल क्षेत्र से भी अच्छी कमाई की जा सकती है. खेती के साथ झींगा पालन को जोड़कर खेती और ज्यादा फायदेमंद बनाया जा सकता है. क्योंकि एक पौष्टिक आहार है और इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, सोडियम, आयरन, पोटेशियम और फास्फोरस की मात्रा ज्यादा होती है. इसलिए इसकी डिमांड भी ज्यादा होती है. यही वजह है कि इसकी विदेशों में इसकी डिमांड ज्यादा है. झींगा फैट में कम और प्रोटीन में ज्यादा होता है. जबकि हर व्यक्ति को उसके वजन के मुताबिक उतने ही ग्राम प्रोटीन की हर दिन जरूर होती है. झींगा इसकी पूर्ति कर सकता है.

कितना हो सकता है मुनाफा
झींगा आसानी से पचने वाला होता है और इसे कई तरह से पकाया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि झींगा पालन के लिए तालाब को तैयार करना होगा. एक्सपर्ट कहते हैं कि झींगा पालन का कार्य कृषि और पशुपालन के सहायक व्यवसाय के रूप में भी किया जा सकता है. झींगा पालन से ग्रामीण और छोटे क्षेत्र में अच्छी कमाई होती है. इसे कम पूंजी वाले लोग भी कर सकते हैं और धीरे—धीरे अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं. आपको बता दें कि एक हेक्टेयर में झींगा की फसल से करीब 10 लाख रुपए तक का मुनाफा हो सकता है.

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