नई दिल्ली. मुर्गी पालन अंडा और मीट दोनों के उत्पादन के लिए किया जाता है. अगर आप अंडों के उत्पादन के लिए मुर्गी पालन करना चाहते हैं तो बिहार के पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal Husbandry and Fisheries Resources) की ओर से बताई गई कुछ अहम जानकारी यहां (Livestock Animal News) न्यूज आपको देगा. जिसका फायदा आपको मिलेगा. दरअसल, लेयर पोल्ट्री फार्म का मुनाफा इस बात पर तय होता है कि आपने मुर्गियों की कौनसी नस्ल चुनी है. मुर्गियों का शेड कैसा है. क्योंकि सालभर में जितने ज्यादा अंडे देने वाली नस्ल होगी तो मुनाफा उतना ही ज्याद होगा.
एक्सपर्ट का कहना है कि नस्ल का चुनाव क्षेत्र के मौसम के हिसाब से भी किया जाता है. कौनसी नस्ल किस मौसम में अच्छी रहेगी ये देखना भी जरूरी होता है. आइए कुछ नस्लों के बारे में यहां जानते हैं.
कौन-कौनसी मुर्गियां देती हैं ज्यादा अंडे
इसा ब्राउन-
इसा ब्राउन सबसे ज्यादा अंडे देने वाली मुर्गियों में से एक. व्यवहार में मिलनसार और सहज है. इसा ब्राउन साल में 300 से 350 हल्के ब्रॉउन रंग के अंडे देती है. ये मीडियम साइज की लाल पंखों वाली होती है.
लोहमान ब्राउन-
लोहमान ब्राउन जर्मनी की ब्रीड है और इस मुर्गी से आप सालाना 290 से 320 ब्रॉउन अंडे ले सकते हैं. ये मीडिय कद-काठी, गहरे भूरे पंख और शांत स्वभाव की होती हैं. ये परिवारों और मुर्गी पालकों दोनों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं.
लेगहॉर्न-
लेगहॉर्न इटली की ब्रीड है. लेगहॉर्न मुर्गियां साल में 280 से 320 सफेद अंडे देती हैं. ये छोटे से मध्यम आकार की होती हैं. इनके पैर चमकीले पीले और पंख बर्फीले सफेद होते हैं. लेगहॉर्न को फ्रीडम बहुत पसंद है. केज फ्री में ये ब्रीड बहुत पसंद की जाती है.
निष्कर्ष
अगर आप इन मुर्गियों के साथ पोल्ट्री फार्मिंग का काम शुरू करते हैं तो फिर अंडों से अच्छी कमाई होगी. क्योंकि ये मुर्गियां अंडा उत्पादन करने के मामले में तमाम मुर्गियों की नस्ल से बहुत आगे हैं.
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