नई दिल्ली. आवारा जानवर लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं. किसानों की फसल को उजाड़ रहे हैं तो लोगों की जान के दुश्मन भी बने हुए हैं. आवारा जानवरों ने पूरे देश में हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. इसे लेकर लगातार मांग भी उठती रही है. 2022 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भी आवारा गोवंशों को लेकर किसानों ने मुद्दा बनाया था और इस बार के लोकसभा चुनाव 2024 में भी उत्तर प्रदेश में ये बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया. इस पर नेताओं ने भी अपने भाषणों में आवारा गोवंशों से किसानों को मुक्ति दिलाने की बात कही थी. हालांकि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में आवारा गोवंशों से लोगों को मुक्ति दिलाने पर काम भी शुरू हो गया है. सुहागनगरी में एक और आधुनिक गोशाला के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई, जिसमें प्रथम चरण में पांच सौ गोवंशों के रहने की व्यवस्था की जा रही है. आगे इसका और भी विस्तार किया जा सकेगा.
सुहागनगरी के नाम से अपनी पहचान रखने वाले उत्तर प्रदेश क फिरोजाबाद में लोगों को आवारा पशुओं खासकर गोवंशों से मुक्ति दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया है. सुहागनगरी में एक और नई गौशाला के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है. इस गोशाला का निर्माण कान्हा गौशाला की तर्ज पर होगा. पहले चरण में गौशाला के निर्माण को लेकर जगह के चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसके तहत सोफीपुर के पास चिह्नित की गई जमीन को अत्यधिक उपयुक्त माना जा रहा है. जगह के चिन्हीकरण का कार्य पूरा होते ही गोशाला के निर्माण को लेकर अगली प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. नवीन गोशाला में गायों के अलावा अन्य गोवंशों को भी आश्रय मिल सकेगा.
पहले चरण का काम हो चुका है पूरा
फिरोजाबाद में एक और गोशाला की जरूरत को महसूस किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम की ओर से कान्हा गोशाला योजना की तरह एक नई गोशाला का निर्माण करने का निर्णय लिया गया है. नगर निगम का पशु चिकित्सा विभाग इसको लेकर अपनी तैयारी में जुट गया है. पहले चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है. नई गोशाला के लिए सोफीपुर के पास देखी गई जगह को सबसे अधिक उपयुक्त समझा जा रहा है. प्रतीत होता है कि इस जगह पर ही स्वीकृति की अंतिम मोहर लगेगी. नई गोशाला में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी जो गाय एवं गोशाला के लिए आवश्यक होती हैं.
दोगुनी क्षमता वाली होगी नई गोशाला
सुहागनगरी के नाम से अपनी पहचान रखने वाले उत्तर प्रदेश क फिरोजाबाद में लोगों को आवारा पशुओं खासकर गोवंशों से मुक्ति दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया है. सुहागनगरी में एक और नई गौशाला के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है.जलेसर रोड स्थित कान्हा गोशाला की अपेक्षा सोफीपुर के पास बनाई जाने वाली नई गोशाला की क्षमता काफी अधिक होगी. नई गोशाला में करीब 400 से 500 गाय व गोवंश आश्रय पा सकेंगे, जिसके लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
शहर में नहीं भटकेंगे सांड और गाय
ज्यादा वाली क्षमता वाली गोशाला का निर्माण होने के बाद शहर की सड़कों पर गाय और नंदी भटकते हुए नहीं देखे जा सकेंगे. नगर निगम की देखरेख में इस समय कान्हा गोशाला के अलावा दो अन्य गौशालाएं संचालित हो रही हैं. एक गोशाला का निर्माण कार्य अभी अधूरा है. नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष पाल ने बताया कि नई गोशाला के निर्माण को लेकर विचार विमर्श जारी है। आचार संहिता खत्म होने के बाद इसके निर्माण की स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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