नई दिल्ली. भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल करके रख दिया है. इसका असर पशु-पक्षी और जानवरों पर भी पड़ रहा है. अप्रैल के दूसरे सप्ताह में ही पारा 38-40 डिग्री सेल्सियस पहुंचने लगा है. भीषण गर्मी से मनुष्य ही नहीं पशु व पक्षी भी परेशान होने लगे हैं. ऐसे में पशु व पक्षियों को भी गर्मी में पानी मुहैया कराने के लिए तैयार रहना होगा. घरों की छत पर बर्तन में पक्षियों के लिए पानी रखिए. गर्मी में कहीं कहीं पानी नहीं मिलने से बंदर भी गुस्सैल नजर लगे हैं. गली मोहल्लों में होकर गुजरने वाले राहगीरों पर बंदर हमलावर हो जाते हैं. इससे लोग डर जाते हैं. सबसे ज्यादा हाल दोपहर के समय खराब रहती है. पानी के लिए बंदरों की टोलियां भटकती नजर आती हैं.
पर्यावरण प्रेमी भारत किशोर दुबे ने कहा कि भीषण गर्मी में पेड़, पौधों में सिंचाई की बहुत जरूरत होती है. निराश्रित पशु व पक्षी भी गर्मी की वजह से काफी परेशान होते हैं. बेजुबान पशु व पक्षियों का सभी को ख्याल रखना होगा. तेज धूप में उन्हें पीने के लिए पानी उपलब्ध कराना भी पुण्य का काम है. घरों की छतों पर बर्तन में पानी भरकर रखने से पक्षियों को पानी उपलब्ध होगा. सुबह के समय पक्षियों के लिए दाना भी खिलाएं तो बेहतर होगा. शहर, कस्बों व गांवों में लोग निराश्रित पशुओं के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए प्याऊ बनाए जाते थे. सार्वजनिक स्थलों पर यह प्याऊ धीरे-धीरे समाप्त हो गए. ऐसे में इन प्याऊ का निर्माण भी बहुत जरूरी है.
पक्षियों के लिए वनों में बनाए गए छोटे तालाब
जनपद के गंगावन, भागीरथ वनों में पक्षियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए छोटे तालाब बनाए गए हैं. वन रेंजर विवेक कुमार ने कहा कि आगामी दिनों में गर्मी काफी तेज होगी. कासगंज के वनों में हजारों की संख्या में पक्षियों का बसेरा रहता है. पेड़ों की छांव व पानी के लिए पानी उपलब्ध होने से पक्षियों को काफी राहत मिलेगी.
पानी की तलाश में बंदर हुए गुस्सैल
गर्मी में कहीं कहीं पानी नहीं मिलने से बंदर भी गुस्सैल नजर लगे हैं. गली मोहल्लों में होकर गुजरने वाले राहगीरों पर बंदर हमलावर हो जाते हैं. इससे लोग डर जाते हैं. सबसे ज्यादा हाल दोपहर के समय खराब रहती है. पानी के लिए बंदरों की टोलियां भटकती नजर आती हैं.
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