Home पशुपालन बकरीद: बकरा खरीदते वक्त रखेंगे इन बातों का ध्यान तो बच सकेंगे बीमार जानवर खरीदने से
पशुपालन

बकरीद: बकरा खरीदते वक्त रखेंगे इन बातों का ध्यान तो बच सकेंगे बीमार जानवर खरीदने से

Bakrid, Barbari Goat, Sirohi, STRAR goat farming, Bakrid, Barbari Goat, Goat Farming
फार्म पर चारा खाते बरबरे बकरे

नई दिल्ली. बकरीद के लिए मुस्लिमों ने अभी से बकरे खरीदना शुरू कर दिया है. वहीं किसान भी अपने बकरों को बकरीद के लिए तैयार कर रहे हैं. पहले से ज्यादा खुराक देकर उनका वजन बढ़ाने में लगे हैं. बहुत से व्यापारी बकरे का वजन बढ़ाने के लिए कई ऐसी चीजों का प्रयोग करते हैं, जिससे बकरे के लिए बहुत नुकसानदायक होती हैं. जब इसकी मटन खाया जाता है तो वो लोगों के लिए खतरनाक होता है. इसलिए बकरा खरीदते वक्त लोगों को कुछ चीजों का बेहद ध्यान रखना चाहिए. आज लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज आपको इन्हीं सब बातों से अवगत कराने जा रहा है कि जो जानवर आप खरीद रहे हैं वो स्वस्थ है, एक्टिव है और ​उसे किसी प्रकार का कोई कैमिकल, दवा या बेसन तो नहीं पिलाकर मंडी में लाया गया. अगर नीचे दिए गए इन टिप्स को पढ़कर मंडी जाएंगे तो कभी भी बीमार बकरा नहीं ला सकते.

पशु पालक और किसानों ने बकरीद के लिए बकरे तैयार कर लिए हैं. बकरीद पर बकरे अच्छा मुनाफा दें, इस बात को सोचकर लोग बकरों की खिलाई-पिलाई करने में लगे हैं. 95 फीसदी लोग 15-25 हजार के बीच का ही बकरा पसंद करते हैं. इस बजट में अच्छा बकरा मार्केट में मिल जाता है. बस, आपको सावधानी बरतने की जरूरत है. बहुत से लोग बकरे का वजन एक क्विंटल से भी ज्यादा कर लेते हैं, ये बकरा मीट के हिसाब से बिल्कुल भी ठीक नहीं. इस तरह के बकरे में फैट ज्यादा होता है मीट कम. वहीं कुछ व्यापारी बकरों की कीमत ज्यादा वसूलने के लिए उन्हें कुछ खिला-पिला लाते हैं,जो कुछ घंटों बाद ही अपने असली रूप में आ जाता है.

हाथों में लगा लेते हैं मिर्ची पाउडर
एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो कुछ व्यापारी जब तक मंडी में रहते हैं अपने हाथों में मिर्ची पाउडर लगाकर रखते हैं. ऐसा क्यों करते हैं इस बारे में हम आपको बताते हैं. ज्यादातर लोग बकरा खरीदते वक्त ये देखते हैं कि बकरा फुर्तीला है या नहीं. कुछ व्यापारी बीमार बकरे को मंडी में ले आते हैं. वो एक ही जगह सुस्त खड़ा रहता है. जब लोग बकरे के सुस्त होने के बारे में पूछते हैं तो व्यापारी बेहद चालाकी से मिर्ची पाउडर लगे हाथ को बकरे की मेंगनी वाली जगह पर लगा देता है. नरम स्किन होने की वजह से मिर्ची लगने से बकरा एकदम उछल जाता है और व्यापारी ग्राहक को बताता है कि बकरा बेहद एक्टिव है. इस पर लोग ऐसे बकरों को व्यापारी के भ्रम में फंसकर ले जाते हैं.

उल्टे हाथ का पेट चेक करें
अगर आप बकरा खरीदने जा रहे हैं तो इस बात का भी ध्यान रखें कि बकरे को कहीं पानी या बेसन पिलाकर तो नहीं लाया गया. इसकी पहचान कैसे होगी, व्यापारी बताएगा नहीं तो आप ऐसा ​करें कि जिस दिशा में आप मुंह करके खड़े हैं उसी दिशा में बकरे का मुंह भी कर दें. जो आपका उल्टा हाथ है उसी साइड बकरे के पेट को दवाएं. अगर बकरे को कुछ पिलाकर लाया गया होगा तो पेट से पचा चल जाएगा.

ये सवाल भी करें व्यापारी से
मंडी में बकरों को अल सुबह ही लाकर खड़ा कर दिया जाता है. जब तक बकरा बिकता नहीं तब तक मंडी ही में रहता है, लेकिन आपने कभी गौर नहीं किया है कि 10-10 घंटे बकरा मंडी में खड़ा रहनेके बाद भी उसका पेट कम नहीं हो रहा. क्योंकि बकरे का पेट भरने के कुछ घंटे बाद खाली हो जाता है. ऐसे में व्यापारी से पूछें कि कब इसे चारा, फीड खिलाया, कब इसे मंडी में लाए और कितना टाइम हो गया. अगर वो सभी चीजें ठीक से बता दें तो पूछ लो कि इसका पेट कम क्यों नहीं हो रहा.

ओवर लिमिट पानी पिलाने के नुकसान
वृंदावन स्थित स्टार साइंटफिक गोट फार्मिंग के संचालक राशिद बताते हैं कि कुछ लोग बकरे को मोटा दिखाने के लिए उन्हें कई तरह के कैमिकल, ज्यादा पानी और बेसन पिलाकर लाते हैं. ये ओवर लिमिट बेसन—पानी बकरे के खेन में नसों के जरिए चला जाता है, जिससे कभी—कभी बकरे की मौत भी हो जाती है.

गोट फार्म या किसान से खरीदें बकरा
स्टार साइंटफिक गोट फार्मिंग के संचालक राशिद कहते हैं जब भी बकरा खरीदो तो उसकी जांच जरूर कर लो. कहीं ऐसा तो नहीं कि व्यापारी बकरे को कुछ खिला-पिता लाया हो और लोगों को बेच दे. इसलिए कोशिश करो कि बकरा फार्म से ही खरीदें या फिर किसान से. बकरा एक्टिव और चमकदार होना चाहिए.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

exotic cow breeds in india
पशुपालन

Animal Husbandry: कितना और कब खिलाना चाहिए यूरिया वाला चारा, बनाने का तरीका भी जानें

यूरिया घोल को पौधों में पानी देने वाले झारे से फैलाएं और...

livestock animal news
पशुपालन

Animal News: पशु को लग जाय ठंड तो घर पर बनी इस दवा की खिलाएं एक खुराक, तुरंत मिलेगा आराम

इसे अच्छी तरह से कूट लें और फिर बछड़े-बछड़ी वैसे ही खिला...

Foot-and-mouth disease, lameness disease, black quarter disease, strangulation disease, hemorrhagic septicemia, HS, live stock, live stock animals, animal husbandry, animal husbandry, animals sick in rain
पशुपालन

Animal Husbandry: चारे की कमी होने पर पशुओं को क्या-क्या खिलाया जा सकता है, इन 6 प्वाइंट्स में पढ़ें

गोखरू के पौधे हरी एवं मुलायम अवस्था बेहद पौष्टिक होती है. जिन...