नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रादेशिक कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन का प्रेजेंटेशन किया गया. जहां योगी सरकार ने एक अहम घोषणा की. सरकार की ओर कहा गया है कि गोबर से कंप्रेस्ड बायो गैस बनाने को प्लांट के लिए सरकार जमीन देने के लिए तैयार है. ताकि डेयरी क्षेत्र से जुड़े लोगों को और ज्यादा फायदा मिले. सीएम ने निर्देशित किया कि दुग्ध सहकारी समिति से जुड़े कर्मियों का जरूरी ट्रेनिंग दी जाए. उन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराये जाएं. साथ ही प्रदेश में दुग्ध सहकारी समितियों और दुग्ध संघों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा विकसित की जाए.
इसके लिए प्रत्येक गांव व किसानों से दुग्ध सहकारी समितियां संवाद स्थापित कर अपने कार्यों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाएं. किसानों को दूध उत्पादन में इजाफा करने के लिए बेहतर नस्ल के दुधारू पशुओं के पालन के लिए जागरुक किया जाए. साथ ही किसानों को दुधारु पशुओं के पालन-पोषण के लिए वैज्ञानिक तरीके से ट्रेनिंग दी जाए. इससे डेयरी संघों में दूध उत्पादकता में वृद्धि होगी और किसानों की आय भी बढ़ेगी. इन सभी कार्यों में आधी आबादी की महत्वपूर्ण भूमिका है. डेयरी क्षेत्र महिलाओं की आत्मनिर्भरता को बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम साबित हुआ है. बुंदेलखंड क्षेत्र में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर इसका सर्वोत्तम उदाहरण है. दुग्ध सहकारी समितियों और दुग्ध संघों में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ावा दिया जाए.
दूध संघों की जवाबदेही तय हो
सीएम योगी ने कहा कि दूध संघों में हर स्तर पर जवाबदेही तय करते हुए काम के टॉरगेट तय किये जाएं. दूध के संग्रह की क्षमता बढ़ाते हुए दूध की गुणवत्ता परीक्षण के कार्यों को बेहतर किया जाए. डेयरी क्षेत्र को किसानों के लिए अधिक फायदेमंद बनाने के लिए डेयरी फेडरेशन बेहतर मॉडल विकसित करें. डेयरी क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाए. वहीं बहुत ही अहम बात कहते हुए सीएम ने कहा कि राज्य में गोबर से कंप्रेस्ड बायो गैस के प्लांट स्थापित किये जाएं. इनकी स्थापना के लिए भूमि प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी.
इस साल बढ़ा है दूध उत्पादन
बैठक में अधिकारियों ने अवगत कराया कि इस वर्ष प्रदेश में संचालित डेयरी प्लांट्स अपनी स्थापित क्षमता के सापेक्ष लगातार अच्छा करने का प्रयास कर रहे हैं. जबकि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष दूध उत्पादन और दूध की बिक्री में बढ़ोतरी रही है. दूध दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम ने उत्पादकों से सीधे दुग्ध संग्रह का कार्य किया जा रहा है. दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को तकनीकी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है. शहरी उपभोक्ताओं को वाजिब दाम पर अच्छी गुणवत्ता का दूध उपलब्ध कराने के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं.
18 कलस्टर दूध संघ कर रहे हैं काम
बताते चलें कि प्रदेश में इस समय 18 क्लस्टर दुग्ध संघ कार्य कर रहे हैं. पीसीडीएफ द्वारा बरेली, प्रयागराज, मुरादाबाद, झांसी, आजमगढ, अयोध्या, लखनऊ, मेरठ, कन्नौज, गोरखपुर व कानपुर में डेयरी प्लांट्स का संचालन किया जा रहा है. एनडीडीबी द्वारा वाराणसी में डेयरी प्लांट्स संचालित किया जा रहा है. कन्नौज, गोरखपुर व कानपुर में एनडीडीबी के माध्यम में डेयरी प्लांट्स के संचालन की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.
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