नई दिल्ली. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में उत्तराखंड की सीमा से सटे काशीपुर में मुर्गियों में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद यूपी से सटे उत्तराखंड में इसको लेकर अलर्ट है. यहां बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए जरूरी एहतियात बरती जा रही है. ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके. इसी क्रम में राज्य के कई शहरों में पशु चिकित्सका अधिकारियों के नेतृत्व में अभियान चलाकर जरूरी एहतियात बरतने का निर्देश पोल्ट्री फार्मर्स को दिए गए. उन्हें बताया गया कि कैसे वो मुर्गियों को बर्ड फ्लू के खतरे से बचा सकते हैं.
इस क्रम में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अल्मोड़ा के द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में आज संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत, तहसीलदार रानीखेत, कोतवाल रानीखेत, केंट बोर्ड रानीखेत के अधिकारी तथा नगर पालिका के अधिकारियों के साथ बर्ड फ्लू के विषय में चर्चा की गई.
एक्शन मोड में आई टीम
संयुक्त मजिस्ट्रेट और कोतवाल से अनुरोध किया गया कि वह गर्म पानी, भुजग तथा काकडीघाट की सीमा में एक पटवारी तथा एक पुलिस का कर्मचारी पोल्ट्री बर्ड से लदे वाहनों की निगरानी के लिए चेकपोस्ट पर तैनात रहे.
इसी क्रम में कैंट बोर्ड रानीखेत, नगर पालिका चिनियानैला क्षेत्र में स्थित मांस की दुकानों में निरीक्षण किया गया जिसमें नगर पालिका तथा कैंट बोर्ड द्वारा सहयोग किया गया.
सभी दुकान स्वामियों को जिले से बाहर किसी भी प्रकार के पोल्ट्री बर्ड की बिक्री के पर रोक लगाने के लिए निर्देशित किया गया.
पोल्ट्री बर्ड में किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत अवगत कराने के लिए निर्देशित किया गया.
वहीं ग्राम-खोलिया, अस्कोट, में स्थित रवि पाल के पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण किया गया. फॉर्म के मालिक को बर्ड फ्लू के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई.
फार्म पर जैव सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए. किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण दिखने बताने के लिए कहा गया
पशु चिकित्साधिकारी नाचनी डाॅ. नीरज सिंह मेवाड़ी द्वारा ग्राम-टिमटिया(तेजम), विकासखण्ड-मुंस्यारी में स्थित देवेन्द्र सिंह के पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण किया गया.
पोल्ट्री फार्म मालिक को बर्ड फ्लू के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई. फार्म पर जैव सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए.
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