नई दिल्ली. पशुओं की नस्ल बढ़ाने के लिए अच्छी नस्ल के सांड की जरूरत पड़ती है. ऐसे में अगर कोई पशु पालक प्रजनन के लिए अच्छे सांड को तैयार करता है तो उसे कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. खासतौर पर सांडों को क्या खिलाए जाए. उनका पोषण ठीक ढंग से होना चाहिए. एक्सपर्ट के मुताबिक प्रजनन करने वाले सांडों का 30 महीने की उम्र में 350-400 किलोग्राम शारीरिक वजन हो जाना चाहिए. इस उम्र में वे प्रजनन के लिए तैयार हो जाते हैं. हालांकि मादा की तरह नर में भी पोषण का लो लेवल यौवन में देरी करता है.
कम प्रोटीन आहार से सांडों के यौवन में 5 महीने तक की देरी हो जाती है. ऐसे सांडों में उनके सामान्य समकक्ष की तुलना में खराब टेस्टीकुलर का विकास और कम स्खलन मात्रा होती है. विटामिन ए और जेडएन की कमी से यौवन में देरी हो सकती है. जबकि कामेच्छा कम हो सकती है और टेस्टीकुल टिश्यू की इनटाएरेटी प्रभावित हो सकती है और इसलिए इन दो महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी को रोकने के लिए विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है.
संतुलित राशन दें
प्रजनन करने वाले सांडों को अच्छी गुणवत्ता वाला संतुलित राशन खिलाना चाहिए. हालाँकि, अधिक भोजन से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए. क्योंकि मोटापे के कारण कामेच्छा कम हो जाती है और प्रजनन क्षमता कम हो जाती है. 700 किलोग्राम वजन वाले भैंस के लिए निम्नलिखित आहार अनुसूची का पालन किया जा सकता है. ए) 40 किलोग्राम अनाज का चारा + 0.8 किलोग्राम बिना तेल वाली मूंगफली की खली / बिना तेल वाली सोयाबीन की खली या बी) 10 किलोग्राम बरसीम + 10 किलोग्राम भूसा + दिया जा सकता है.
700 किलो वजन के लिए है ये सुझाव
इसके अलावा 1.2 किलोग्राम बिना तेल वाली मूंगफली की खली / बिना तेल वाली सोयाबीन केक या ग) 8 किलोग्राम भूसा + 2.0 किलोग्राम सांद्र मिश्रण + 2-3 किलोग्राम हरा चारा + 1 किलोग्राम बिना तेल वाली मूंगफली की खली/तेल रहित सोयाबीन केक. शरीर के वजन में 700 किलोग्राम से प्रत्येक 50 किलोग्राम की वृद्धि या कमी के लिए, ए) 0.6 किलोग्राम भूसा + 100 ग्राम तेल रहित मूंगफली की खली/तेल रहित सोयाबीन केक या बी) 3 किलोग्राम हरी बरसीम या सी) 3 किलोग्राम हरा अनाज चारा जोड़ा/घटाया जाना चाहिए. 700 किलोग्राम शरीर के वजन के लिए राशन का सुझाव दिया गया है.
ज्यादा ऊर्जा की होती है जरूरत
बढ़ते चरण के दौरान ऊर्जा और प्रोटीन पर लगभग 40 से 60% प्रतिबंध के कारण टेस्टीकुल वृद्धि में रुकावट आती है और इसका प्रभाव जीवन भर बना रहता है. दूसरी ओर, बढ़ते हुए सांडों को उच्च सांद्रता वाला आहार (डीएम में 80% सांद्रता) खिलाने से टेस्टीकुल स्पर्म आरक्षित कम हो जाता है. एक्सपर्ट ये कहते हैं कि प्रजनन करने वाले सांडों को परिपक्व मादा भैंसों के रखरखाव की आवश्यकता से 100 फीसदी अधिक सीपी और 20 फीसदी अधिक ऊर्जा दी जानी चाहिए.
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