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Livestock: भेड़-बकरी और खरगोश से बने प्रोडक्ट को कार्मिशयल मोड में ले जाएगा CSWRI, यहां पढ़ें डिटेल

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भेड़ और बकरी की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर में आयोजित किए गए कार्यक्रम में भेड़-बकरी एवं खरगोश से बने प्रोडक्ट का प्रदर्शन किया गया. इससे बने प्रोडक्ट को देखकर वहां मौजूद ​अधिकारी काफी खुश नजर आए और सीएसडब्ल्यूआई को इन तमाम प्रोडक्ट को का​मर्शियल मोड पर ले जाने की सलाह दी. कहा जा रहा है कि भविष्य में संस्थान ऐसा कर भी सकता है. वहीं बाहर से आए अधिकारियों ने लाइव प्रदर्शनी, सेक्टर 14 के चारागाह फार्म, खरगोश इकाई, अविमेल, दुम्बा भेड़ एवं सिरोही बकरी सेक्टर भी दौरा किया.

इससे पहले केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में भारतीय क़ृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली से अलका एन अरोड़ा अतिरिक्त सचिव (डेयरी) एवं वित्तीय सलाहकार, एस के पाठक संयुक्त सचिव वित्त, पीके तिवारी वरिष्ठ वित्त और लेखा अधिकारी ने संस्थान के विभिन्न पशुओ के सेक्टर्स, चारा फार्मस, विकसित तकनिकीयों, पशुओ की प्रदर्शनी एवं ऊन प्लांट का दौरा किया. साथ में निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर भी मौजूद रहे. इस दौरान संस्थान की ओर से देश के किसानो के लिए की जा रही विभिन्न गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला.

किसानों को बांटे गए मेढ़े
सबसे पहले मेहमानों ने संस्थान के गेस्ट हाउस में अविकानगर संस्थान के विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी को देखा. संस्थान की ओर से बनाए विभिन्न भेड़-बकरी एवं खरगोश से बने उत्पादों को देखकर भविष्य के हिसाब से कमर्शियल मोड पर ले जाने का सुझाव दिया. साथ मे अतिथियों ने संस्थान के ऊन प्लांट, विभिन्न भेड़ की नस्ल के पशुओ की सेक्टर 12 पर लाइव प्रदर्शनी, सेक्टर 14 के चारागाह फार्म, खरगोश इकाई, अविमेल, दुम्बा भेड़ एवं सिरोही बकरी सेक्टर का भी अवलोकन संस्थान निदेशक के साथ विभिन्न विभाग के विभाग अध्यक्ष की उपस्थित मे किया गया. नई दिल्ली हेडक्वार्टर से आये मेहमानों ने मालपुरा परियोजना (NWPSI) के अंतर्गत सेक्टर 12 पर आयोजित किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी और मेढे वितरण कार्यक्रम के अवसर पर 12 ब्रीडिंग मालपुरा भेड़ के मेढ़े को नस्ल सुधार हेतु टोंक जिले के विभिन्न गांवो (लावा, अजमेरी, कैरवालिया, मालपुरा, अरनिया काकड़, वन का खेड़ा, लक्ष्मीपुरा एवं भीपुर आदि) के चयनित भेड़पालक किसानो को वितरण किया गया.

किसानों से भी हुई इस मसले पर चर्चा
साथ मे संस्थान द्वारा किए जा रहे गतिविधियों के बारे में विस्तार से किसानों से विचार-विमर्श किया गया. परिषद से आए मेहमानों ने टेक्नोलॉजी पार्क मे पोधे रोपण करते हुई संस्थान के वैज्ञानिको, तकनीकी कर्मियों के साथ- साथ किसानों से भी विस्तार से चर्चा की गई. इस अवसर पर संस्थान के विभागअध्यक्ष डॉ रणधीर सिंह भट्ट, डॉ. सिद्धार्थ सारथी मिश्रा, डॉ. गणेश जी सोनवणे, डॉ अजय कुमार, डॉ लीलाराम गुर्जर, डॉ पी के मलिक, डॉ आर सी शर्मा, डॉ अरविन्द सोनी, डॉ सुरेश चंद शर्मा, श्री राजकुमार, श्री इंद्र भूषण कुमार, योगिराज मीना, सुनील लड्डा के साथ संस्थान के विभिन्न कर्मचारियों द्वारा भ्रमण कार्यक्रम को आयोजित मे पुरा सहयोग किया गया. मीडिया प्रभारी डॉ अमरसिंह मीना ने सभी का आभार व्यक्त किया.

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