नई दिल्ली. डेयरी पशुओं में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए संतुलित आहार, उचित स्वच्छता, टीकाकरण और प्रजनन तकनीक का उपयोग करना बेहद ही जरूरी होता है. इसके अलावा पशुओं को पौष्टिक भोजन, स्वच्छ पानी और स्वच्छ वातावरण देने से भी दूध उत्पादन में इजाफा होता है. इसके अलावा समय-समय पर पशु चिकित्सक से जरूरी सलाह लेते रहना चाहिए. ताकि कोई परेशानी ना आए. इससे दूध उत्पादन में कमी नहीं आएगी. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसा कोई भी पशुपालक नहीं है जो यह नहीं चाहता हो कि उसका पशु ज्यादा से ज्यादा दूध का उत्पादन करे, लेकिन ऐसे तरीके हैं, जिनकी जानकारी उन्हें नहीं होती. जिससे दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि संतुलित आहार के तौर पर पशुओं को पोषक तत्व खनिज और विटामिन दिया जाता है. जिससे दूध उत्पादन बढ़ता है. अगर दूध उत्पादन पशुओं का बढ़ जाए तो इससे उन्हें डेयरी फार्मिंग के काम में मुनाफा होने लगता है. वहीं दूध उत्पादन घट जाए तो इससे नुकसान होता है. गर्मी के दिनों में खासतौर पर दूध उत्पादन घट जाता है. इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिससे दूध उत्पादन को आप बढ़ा सकते हैं.
गर्मी में हांफने लगते हैं पशु
दरअसल, गर्मी में दूध का उत्पादन पशु में हीट बढ़ने के साथ कम हो जाता है. ऐसे में पशु हाफने लग जाते हैं. इसलिए पशुओं की अतिरिक्त एनर्जी इसमें खर्च हो जाती है. जिससे दूध उत्पादन घट जाता है. कई बार तो पशुओं को हीट स्ट्रोक का भी खतरा हो जाता है. इससे भी पशु का दूध उत्पादन कम हो जाता है. पशुओं को गर्म हवा लगने से भी दूध का उत्पादन कम हो जाता है, लेकिन दिक्कत यह है कि अगर पशुओं को दूध उत्पादन कम हो गया तो फिर इसे डेयरी फार्मिंग के काम में नुकसान होना तय है. इसलिए दूध उत्पादन कम नहीं होने देना चाहिए.
पशुओं को इन चीजों को खिलाएं
दूध बढ़ाने के लिए पांच औषधीय है, जो बेहद ही कारगर है और पशु का दूध उत्पादन कम होने से रोकने में मददगार है. अगर आप इन जड़ी बूटियां का इस्तेमाल करते हैं तो पशु हाफेंगे नहीं और उनका दूध उत्पादन बढ़ जाएगा. आपको इसके लिए बेलगिरी, नौसादर, आंवला, शीतल चीनी और गोंद कतीरा लेना होगा. इन सब चीजों को उपयोग करके पशुओं का हाफना बंद करा सकते हैं. इन पांचों चीजों को बाजार से अच्छी क्वालिटी का खरीद लें. फिर इनका पाउडर बना लें. 100 ग्राम की मात्रा में पशुओं को खिलाना शुरू कर दें. अगर 50 डिग्री टेंपरेचर होगा तब भी दूध का उत्पादन कम नहीं होगा.
Leave a comment