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Dairy Business: सेना को दूध-दही सप्लाई करती है देश की ये बड़ी संस्था, इतने करोड़ का है कारोबार

PEANUT, MILK, CIPHET, LUDHIANA
प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली.रक्षा सेवाओं को दूध और डेयरी उत्पादों की 40 वर्षों से लगातार आपूर्ति के मौके पर भारतीय राष्ट्रीय सहकारी डेयरी संघ लिमिटेड और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच वार्षिक समीक्षा बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई. एनडीडीबी और एनसीडीएफआई के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी शाह ने भारतीय सेना के अधिकारियों और डेयरी सहकारी समितियों का स्वागत किया और डेयरी क्षेत्र का दृष्टिकोण पेश किया और इस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए एनडीडीबी के दृष्टिकोण को साझा किया. बताते चलें कि ये संस्था सेना को सैकड़ों करोड़ रुपए के मूल्य का दूध-दही सप्लाई करती है.

इस दौरान उन्होंने इस बात पर रोशनी डाली कि रक्षा को प्रतिवर्ष 1 हजार 500 करोड़ मूल्य के डेयरी उत्पाद आपूर्ति किए जाते हैं, जिनमें 1 हजार करोड़ मूल्य के ताजे दूध शामिल हैं. उन्होंने एनडीडीबी के अपने सीधे प्रबंधित परिचालनों के माध्यम से असम, लद्दाख, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मणिपुर जैसे राज्यों तक पहुंच बढ़ाने के प्रयासों को भी साझा किया.

एनडीडीबी के समर्थन की घोषणा की
डॉ. शाह ने सैनिकों की बढ़ती पोषण संबंधी जरूरतों और चुनौतीपूर्ण वातावरण में तैनात सैनिकों के स्वास्थ्य और कल्याण का समर्थन करने के लिए विटामिन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त न्यूट्रा माल्ट जैसे जैविक और फोर्टिफाइड उत्पादों पर एनडीडीबी के फोकस पर जोर दिया गया है. उन्होंने इसके पहले के सफल आपूर्ति रिकॉर्ड का हवाला देते हुए इसे रक्षा मंत्रालय की खरीद नीति में शामिल करने का आग्रह किया. उन्होंने वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों में डेयरी विकास पहल के लिए एनडीडीबी के समर्थन की भी घोषणा की.

अवसरों की खोज की
लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, आपूर्ति एवं परिवहन महानिदेशक ने एनसीडीएफआई की चार दशकों की प्रतिबद्धता की सराहना की और लॉजिस्टिक्स के आधुनिकीकरण, गुणवत्ता आश्वासन में सुधार और डेयरी आपूर्ति में पूर्ण ट्रेसेबिलिटी शुरू करने का आह्वान किया. एनसीडीएफआई सहकारी समितियों और नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड द्वारा आयोजित एक डेयरी उत्पाद प्रदर्शनी में उभरती हुई पेशकशों का प्रदर्शन किया गया और रक्षा आपूर्ति के लिए नए अवसरों की खोज की गई. इस अवसर पर, सेना के अधिकारियों ने कृतज्ञता प्रमाण पत्र स्वीकार किए, जबकि सहकारी समितियों को रक्षा सेवाओं को डेयरी उत्पादों की आपूर्ति में 40 वर्षों की समर्पित साझेदारी के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए.

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