नई दिल्ली. गत 27 सितम्बर को लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार में भैंसों की नीलामी का सफल आयोजन किया गया. इस नीलामी की खास बात ये थी कि इसमें राज्य भर से पशुपालक शामिल होने के लिए ओ थे. पशुओं के लिए की गई नीलामी में प्रदेश भर से आए पशुपालकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे पूरे आयोजन में उत्साह और प्रतिस्पर्धा का माहौल रहा. पशुपालकों ने इस दौरान अपनी पसंद से पशुओं को खरीदा. ताकि उन्हें पशुपालन के काम में फायदा मिल सके.
बता दें कि नीलामी की शुरुआत सुबह 8:30 बजे शुरू हुई. जिसमें कुल 85 भैंसों को बिक्री के लिए प्रस्तुत किया गया. खरीदारों ने पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता, नस्ल और गुणवत्ता को देखते हुए बोलियां लगाईं.
20 भैंसे एक लाख से ज्यादा कीमत में बिकीं
जानकारी के लिए बता दें कि इस दौरान 20 भैंसों की कीमत 1 लाख रुपए से अधिक रही. जबकि सबसे ऊंची बोली 1.58 लाख रुपए की लगी, जो इस नीलामी का मुख्य आकर्षण रही.
पशुपालकों ने कहा कि इस तरह की नीलामियां उन्हें उच्च नस्ल और बेहतर गुणवत्ता वाले पशु उपलब्ध कराती हैं, जिससे उनका डेयरी व्यवसाय मजबूत होता है.
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि ऐसी नीलामियां किसानों को उत्तम नस्ल के पशु उपलब्ध कराती हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पशुपालन क्षेत्र में आर्थिक मजबूती और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी प्रोत्साहित करती हैं.
उन्होंने किसानों से इस प्रकार के आयोजनों में अधिक से अधिक भाग लेने का आह्वान किया.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि भविष्य में भी नियमित रूप से इस तरह की नीलामियाँ आयोजित की जाएंगी, ताकि पशुपालकों को बेहतर अवसर मिलें और पशुपालन को और अधिक लाभकारी व्यवसाय के रूप में स्थापित किया जा सके.
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