नई दिल्ली. देश में तमाम राज्यों की सरकारें पशुपालन को बढ़ावा देने काम कर रही हैं. इस कतार में राजस्थान सरकार भी है. यहां भी बड़े पैमाने पर काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) को 5778 पशु परिचर की सौगात देने का काम किया है. यानि अब राज्य में पशुओं की सेहत का और बेहतर ढंग से ख्याल रखा जा सकेगा. पशुओं की हैल्थ अच्छी रहेगी और इससे राज्य में दूध उत्पादन बढ़ेगा. जिसका फायदा पहले किसानों और फिर राज्य को भी मिलेगा.
राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग की सहायक जनसंपर्क अधिकारी रचना सिद्धा ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पशुपालन विभाग के पशु परिचर भरर्ती 2023 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है.
क्या मिलेगा फायदा
जारी की गई प्रेस रिलीज में में जानकारी देते हुए पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के युवाओं को बेरोजगार नहीं रहने देने के संकल्प के परिणाम केे रूप में युवाओं को एक और सौगात मिली है.
पशुपालन विभाग के तहत 5778 पशु परिचरों की भर्ती के लिए अंतिम परिणाम गुरुवार को राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड ने जारी कर दिया है.
जल्द ही इन्हें नियुक्ति प्रदान कर दी जाएगी. कुल रिक्त 6433 पदों के विरुद्ध 5778 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया है जिनमें से 5146 गैर अनुसूचित क्षेत्र के तथा 632 अनुसूचित क्षेत्र के पद हैं.
655 अभ्यर्थियों का परिणाम रोका गया है. उन्होंने कहा कि विभाग को इससे सुदूर क्षेत्रों मे काम करने में बहुत सहायता मिलेगी और सेवाप्रदायगी में भी बहुत सुधार होगा. पशुओं तथा पशुपालकों के लिए भी यह बहुत ही मददगार साबित होगा.
पशु परिचर का क्या है काम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान में पशु परिचर का रोल अहम होता है. पशु परिचर पशुधन की देखभाल करते हैं और और पशु चिकित्सालयों में मदद करते हैं.
पशु परिचर पशुधन सहायक बनकर पशु चिकित्सक के साथ मिलकर पशुधन की सेवा का काम करते हैं.
उनके काम में पशुओं की पहचान करना, उन्हें पकड़ना, दवाइयां देना, और पशु चिकित्सालय की साफ-सफाई शामिल है.
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