नई दिल्ली. अंडे और चिकन का कारोबार दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है. क्योंकि अंडे और चिकन की डिमांड बढ़ रही है. पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया की मानें तो पोल्ट्री बिजनेस हर साल 10 से 12 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है. पोल्ट्री प्रोडक्ट एक्सपोर्ट भी हर वर्ष बढ़ रहा है. इंटीग्रेटेड पोल्ट्री कॉन्सेप्ट के चलते ब्रॉयलर चिकन का कारोबार भी तेजी से बढ़ा है. छोटी बड़ी मिलकर करीब 200 कंपनियां एंटीग्रेटेड पोल्ट्री के द्वारा चिकन का बिजनेस कर रही हैं. देश में रोजाना 22 से 25 करोड़ अंडों की डिमांड होती है.
लग जाता है ताला
पोल्ट्री एक्सपर्ट कहते हैं कि मंडी से तो पोल्ट्री कारोबारी फिर भी निपट लेते हैं लेकिन जब र्ब्ड फ्लू होता है तो पूरे पोल्ट्री फार्म की मुर्गी मुर्गियों को साफ कर देता है. एक झटके में 2 लाख करोड़ रुपए का कारोबार जमीन पर आने में वक्त नहीं लगता. 5 से 10 हजार मुर्गा-मुर्गी वाले फार्म पर मानों ताला ही लग जाता है.
अंडे के बारे में जाने यह महत्वपूर्ण बातें
बाजार में बिकने वाला सामान्य अंडा लेयर बर्ड नाम की मुर्गी देती है.
लेयर बर्ड एक साल में 280 से लेकर 290 तक अंडा देती है.
एक अंडे का वजन 55 ग्राम से लेकर 60 ग्राम तक होता है.
लेेयर बर्ड वो अंडा नहीं देती जिसे चूजा निकलता है.
देश में 28 करोड़ मुर्गियां अंडे की डिमांड को पूरा करती हैं.
अंडा देने वाली मुर्गी रोजाना 125 ग्राम तक दाना खाती है.
मुर्गियों के दाने में बाजरा-मक्का, सोयाबीन कुछ दवाई और कंकड़ पत्थर दिए जाते हैं.
नेशनल एग कोआर्डिनेशन कमेटी देशभर में अंडे के रेट तय करती है.
संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे का विज्ञापन नेशनल एक कोआर्डिनेशन कमेटी ही देती है.
चिकन के बारे में जाने यह अहम बातें
एक दिन का बॉयलर चिकन का चूजा 40 से 45 रुपए तक आता है.
30 दिन में चूजा 900 से 1150 ग्राम तक हो जाता है, जो तंदूरी चिकन में इस्तेमाल होता है.
बॉयलर चिकन के लिए रेट उनके वजन के हिसाब से तय होते हैं.
ब्रॉयलर चिकन जितना भारी होता है, उसके रेट उतना ही काम होते हैं.
अकेले गाज़ीपुर दिल्ली मंडी से रोजाना 5 लाख ब्रॉयलर मुर्गी की सप्लाई की जाती है.
देश में साल 2021-22 में करीब 435 करोड़ ब्रॉयलर मुर्गे की खपत हुई थी.
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