नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग के बिजनेस में अंडों के उत्पादन के लिए देसी और लेयर मुर्गियों को पाला जाता है और उनसे उत्पादित अंडों को बेचकर मुनाफा होता है. कई बार पोल्ट्री फार्मिंग में ऐसा देखने को मिलता है कि मुर्गियां अंडो का उत्पादन करती रहती हैं लेकिन पोल्ट्री फार्मर की किसी एक चूक की वजह से उनका उत्पादन कम हो जाता है. जिसके चलते पोल्ट्री फार्मिंग के काम में नुकसान होने लगता है और ऐसे में यह होता है कि एक—दो महीने तक तो फार्मर मुर्गियों को चारा दाना खिलाते हैं और जब नुकसान ज्यादा हो जाता है तो मुर्गियों को बेच देते हैं फॉर्म बंद हो जाता है.
अगर आप भी पोल्ट्री फार्मर हैं और अंडों के लिए मुर्गियों को पलते हैं तो आप भी जरूर जानना चाहेंगे कि पोल्ट्री फार्मर से ऐसी कौन सी गलती होती है, जिसके चलते मुर्गियों का अंडों का उत्पादन कम कर देती हैं और आखिरी में उन्हें पोल्ट्री फार्म बंद करना पड़ जाता है. आइए इस बारे में जानते हैं.
मुर्गियों को क्या खिलाना चाहिए
एक्सपर्ट कहते हैं कि आमतौर पर सोनाली मुर्गी को अगर आप पालते हैं तो वह साढ़े चार महीने में अंडा देना शुरू कर देती हैं लेकिन ये तब होता है कि जब उन्हें आप चौथे महीने में लेयर फेज वन फीड खिलाते हैं तो मुर्गियां अंडे देने लगती हैं. आमतौर पर पोल्ट्री फार्मर ऐसा करते भी हैं और उन्हें वक्त से अंडा भी मिलने लगता है. ये भी जान लें कि मुर्गियां शुरुआत में छोटे अंडों का उत्पादन करती हैं. इसलिए पोल्ट्री फार्मर को 5 महीने तक यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें इस काम में ज्यादा मुनाफा नहीं मिलेगा लेकिन यह भी है कि नुकसान भी नहीं होगा. उसके बाद जब मुर्गियां अंडे देती हैं तो उनका साइज भी सही रहता है और जब आप इसे बेचते हैं तो इसका रेट भी आपको अच्छा मिलता है.
अंडों का उत्पादन हो जाता है कम
मुर्गियां 5 से 6 महीने तक ठीक-ठाक अंडों का उत्पादन करने लगती हैं. अगर 500 मुर्गियां फॉर्म में पालते हैं तो डेढ़ सौ अंडे हर दिन मिलने लगते हैं. इसी समय पोल्ट्री फार्मर से एक गलती हो जाती है. असल में कई बार उनके पास बजट नहीं होता है तो फार्मर मुर्गियों को लेयर फीड नहीं खिलाते हैं, जबकि एक्सपर्ट कहते हैं कि उन्हें अच्छी तरह से फीड खिलाना चाहिए. एक-दो दिन तो चल जाता है लेकिन लगातार अगर उन्हें लेयर फीड नहीं खिलाया जाए तो अंडो का उत्पादन कम हो जाता है.
ये चीजें मुर्गियों को न खिलाएं
कई बार पोल्ट्री फार्मर मुर्गियों को चावल से संबंधित चीज खिलाने लगते हैं, जैसे चावल का चावल कण या पॉलिश आदि. ये जो मार्केट में सस्ता मिलता है लेकिन इससे अंडों का उत्पादन प्रभावित होता है. इससे कुछ दिनों तक तो अंडा ठीक-ठाक मिलते हैं लेकिन जब मुर्गियों को सही से फीड नहीं मिलता है तो मुर्गियां ने अंडा देना कम कर देती हैं पोल्ट्री फार्मिंग में नुकसान होता है.
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