Home पशुपालन Animal Disease: एक्सपर्ट ने एवियन इन्फ्लूएंजा प्रसार को रोकने के लिए किया मंथन, जानें क्या निकला रिजल्ट
पशुपालन

Animal Disease: एक्सपर्ट ने एवियन इन्फ्लूएंजा प्रसार को रोकने के लिए किया मंथन, जानें क्या निकला रिजल्ट

avian influenza
कार्यक्रम शामिल हुए गेस्ट.

नई दिल्ली. इंसानों और पशुओं की हेल्थ को कैसे बेहतर किया जाए इसको लेकर 19 और 20 को मध्य प्रदेश के भोपाल में तमाम एक्सपर्ट जमा हुए. मौका था विश्व बैंक के साथ साझेदारी में पशुपालन विभाग एवियन इन्फ्लूएंजा प्रकोप और प्रतिक्रिया सिमुलेशन कार्यक्रम का. इस वर्कशॉप में तमाम एक्सपर्ट ने अपनी राय रखी और किस तरह से पशुओं को एवियन इन्फ्लूएंजा से बचाया जा सके, इस मसले पर दो दिनों तक मंथन चलता रहा. एक्सपर्ट ने कहा कि चूंकि दुनिया जूनोटिक बीमारियों की बढ़ती संख्या से जूझ रही है, इसलिए ऐसी कोशिशें स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं. पशुपालन विभाग और विश्व बैंक एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रभाव को कम करने और मानव और पशु दोनों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबंद्वता दोहराई.

वर्कशॉप केरल में एक्सपर्ट ने कहा कि केरल के लोग एवियन इन्फ्लूएंजा के असामान्य प्रकोप का सामना कर रहे हैं और मवेशियों सहित गैर-पोल्ट्री प्रजातियों में इसके फैलाव की वैश्विक प्रवृत्ति देख रहे हैं. बता दें कि इससे कार्यक्रम का उद्घाटन पशुपालन आयुक्त, डीएएचडी, डॉ. अभिजीत मित्रा ने मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव, श्री गुलशन बामरा, विश्व बैंक के वरिष्ठ कृषि अर्थशास्त्री, डॉ. हिकुएपी (एपि) काटजीयोंगुआ और मध्य प्रदेश सरकार के प्रधान मुख्य वन्यजीव वार्डन, डॉ. अतुल श्रीवास्तव की उपस्थिति में किया.

40 एक्सपर्ट हुए शामिल
दो दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप के लिए तैयारी और जवाबी क्षमताओं को बढ़ाना है. इस सिमुलेशन अभ्यास में विभिन्न क्षेत्रों से 40 प्रतिभागी भाग लिया. वहीं मानव स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, पशुपालन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार और राज्य एएचडी, वन्यजीव का प्रतिनिधित्व चिड़ियाघर और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ, और प्रयोगशाला विशेषज्ञ आईसीएआर-एनआईएचएसएडी, आरडीडीएल सीडीडीएल और केरल, ओडिशा और मध्य प्रदेश के राज्य पशु चिकित्सा प्रयोगशाला और डब्ल्यूएचओ तथा ओएफएफलयू जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन ने भयानक बीमारी से निपटने में इस कदम को महत्वपूर्ण बताया.

इसलिए किया गया है डिजाइन
कार्यक्रम को विश्व बैंक के विशेषज्ञ डॉ. लिडेविज विर्समा और सीएसआईआरओ-ऑस्ट्रेलियाई रोग तैयारी केंद्र से एवियन इन्फ्लूएंजा पर डब्ल्यूओएएच विशेषज्ञ डॉ फ्रैंक वोंग द्वारा सुगम बनाया गया है. सिमुलेशन अभ्यास प्रभावी प्रकोप का पता लगाने, जल्दी प्रतिक्रिया रणनीतियों और एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रसार को प्रबंधित करने और रोकने के लिए अंतर-एजेंसी कोआर्डिनेशन पर केंद्रित है. सिमुलेशन अभ्यास में वास्तविक जीवन में प्रकोप की स्थितियों की नकल करने के लिए डिज़ाइन किए गए इंटरैक्टिव परिदृश्यों की एक श्रृंखला है, जो प्रतिभागियों को मुश्किल में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती है. मुख्य विषयों में निगरानी और निरीक्षण प्रणाली, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल और सार्वजनिक संचार की रणनीतियां शामिल हैं.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock animal news
पशुपालन

Animal Fodder: नवंबर-दिसंबर में पशुओं के लिए हो जाएगी चारे की कमी, अभी से करें ये तैयारी

जब हरे चारे की कमी होगी तो उसके लिए साइलेज तैयार करने...

goat farming
पशुपालन

Goat Farming: बकरियों को गाभिन कराने की क्या है सही टाइमिंग, पढ़ें सही वक्त चुनने का फायदा

इन महीनों में बकरियों को गर्भित कराने पर मेमनों का जन्म अक्टूबर-नवम्बर...

livestock animal news
पशुपालन

Animal Husbandry: पशुओं को मिनरल सॉल्ट देने के क्या हैं फायदे, न देने के नुकसान के बारे में भी जानें

पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. पशुओं से भरपूर...