Home मछली पालन Fish Aquarium: किस्मत चमका देगा फिश एक्वेरियम का बिजनेस, घर बैठे ऐसे करें शुरू, बंपर होगी कमाई
मछली पालन

Fish Aquarium: किस्मत चमका देगा फिश एक्वेरियम का बिजनेस, घर बैठे ऐसे करें शुरू, बंपर होगी कमाई

लोग अपने एक्वेरियम में नौ गोल्ड फिश सेट जरूर रखते है.
गोल्ड फिश

नई दिल्ली. एक्वेरियम घर की शोभा बढ़ाता है साथ ही तनाव दूर करता है. मन को बेहद सुकून देता है. शाम हो या सुबह घर हो या दफ्तर एक्वेरियम देखने से मन की थकान दूर हो जाती है. साफ पानी, हरे पेड़ और रंगीन मछलियां, ये सभी एक साथ मिलकर एक अलग दुनिया में ले जाते हैं. अगर आप भी बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको एक ऐसा आइडिया दे रहे हैं जिसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. घरों को सजाने के लिए लोग तरह-तरह के एक्वेरियम रखना पसंद करते हैं. इस व्यापार को स्टार्ट करने के लिए कुछ फंड की भी जरूरत नहीं है. कम पैसे लगाकर आप इसमें मोटा मुनाफा हासिल कर सकते हैं. एक्वेरियम में रखने के लिए सबसे ज्यादा जिस मछली को पसंद किया जाता है वह है गोल्ड फिश. इस मछली की डिमांड भारत में काफी है. आप भी गोल्ड फिश बिजनेस के साथ कमाई का साधन बढ़ा सकते हैं.
गोल्ड फिश फार्मिंग का बिजनेस शुरू करने में कई लोगों का मानना है कि गोल्ड फिश घर में रखना गुडलक हा साइन है. देश भर में कई लोग गोल्ड फिश की फार्मिंग करके शानदार कमाई कर रहे हैं. देश में कई लोग अपने घरों में मछली को रखना पसंद करते हैं. बाजार में गोल्ड फिश काफी महंगे दामों पर बिकती हैं.

बड़े पैमाने पर घरों में फिश एक्वेरियम रख रहे लोग: रंगीन मछलियां घर हो या आफिस दोनों जगहों को और सुंदर बनाती हैं. कई लोग रंगीन मछलियों को भाग्य से जोड़कर भी देखते हैं. भारत में लोग बड़े पैमाने पर गोल्ड फिश की फार्मिंग कर रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि इसकी मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड है. एक गोल्ड फिश मार्केट में 2500 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक में बिकती है. ऐसे में बिजनेस के जरिए एक महीने में ही लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं.

ऐसे कर सकते हैं शुरुआत: गोल्ड फिश की फार्मिंग को शुरू करने के लिए करीब 1 लाख रुपये से लेकर 2.50 लाख रुपये तक जरूरत पड़ सकती है. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको 100 वर्ग फुट के एक्वेरियम को खरीदना होगा. इस एक्वेरियम को खरीदने के लिए आपको 50,000 रुपये खर्च करना होगा. इसके अलावा 50,000 रुपये आपको दूसरे जरूरी सामानों को खरीदने के लिए खर्च करना होगा. वहीं फार्मिंग के लिए सीड की भी जरूरत पड़ेगी. सीड खरीदते समय इस बात को जान लें कि फीमेल और मेल का रेश्यो 4:1 होना जरूरी है. सीड डालने के करीब 4 से 6 महीने बाद ये बेचने के लिए तैयार हो जाएंगी.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

how to treat a fish ulcer
मछली पालन

Fish: मछली बीज का ज्यादा उत्पादन लेने के लिए पढ़ें एक्सपर्ट की ये सलाह

मत्स्य बीज पक्षेत्र सुनारू फतुहा पटना के सहायक मत्स्य निदेशक डॉ. टुनटुन...

fish farming in pond
मछली पालन

Fish Farming: बरसात में तालाब के अंदर अमोनिया और नाइट्रेट का असर कम करने के लिए करें ये काम

तालाब के अंदर फंगेसियास और मांगुर जैसी मछलियां बहुत ज्यादा बीट करती...