Home पोल्ट्री Poultry Feed: मुर्गियों के आहार में ये पांच ​चीजें हैं अहम, ग्रोथ, हैल्थ और प्रोडक्शन पर पड़ता है असर
पोल्ट्री

Poultry Feed: मुर्गियों के आहार में ये पांच ​चीजें हैं अहम, ग्रोथ, हैल्थ और प्रोडक्शन पर पड़ता है असर

poultry farming
प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. मुर्गी की तुलना अगर एक मशीन से की जाए तो गलत नहीं होगा. खासतौर पर बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग में पल रही मुर्गियों के बारे में तो यह बात बिल्कुल सटीक बैठती है. क्योंकि यहां मुर्गियां घर के आसपास उपलब्ध चारे और कीड़े मकोड़े को बड़ी ही आसानी के साथ खाती हैं. इस वजह से उन्हें ऊर्जा मिलती है. जिससे उनकी ग्रोथ तेजी से होती है. इसके बाद मुर्गियां पौष्टिक और प्रोटीन से भरपूर अंडे या मांस का उत्पादन करती हैं. जिससे पोल्ट्री फार्मर को अच्छा खासा मुनाफा होता है. अगर आप भी पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं या करना करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए अहम हो सकती है. क्योंकि यहां हम आपको मुर्गियों के फीड के बारे में कुछ अहम जानकारी देने जा रहे हैं.

जिस तरह से आम इंसानों को ऊर्जा और प्रोटीन की जरूरत होती है और उन्हें ऊर्जा रोटी और चावल से मिलती है. वहीं प्रोटीन, दाल मछली मीट और अंडों से हासिल होता है. मुर्गी को एनर्जी कुटकी, चावल, कनकी, गेहूं का भूसा, मकई के चूरे से मिलती है. जबकि प्रोटीन दाल का छिलका, मूंगफली की खली, मछली का चूरा और कीड़ा दीमक आदि से मिलता है. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि मुर्गियों के आहार के घटकों को पांच हिस्सों में बांटा जा सकता है. जिसमें पानी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, खनिज और विटामिन है. यह सारी चीज मुर्गियों की ग्रोथ के के लिए और बेहतर उत्पादन के लिए अहम हैं.

इन अहम बातों को जरूर पढ़ें

  1. मुर्गियों को पानी की जरूरत फीड को पचाने शरीर के तापमान को बनाए रखने शरीर में खुराक को ले जाने और शरीर से गैरजरूरी चीजों को बाहर निकालने के लिए होती है. इसके लिए आप पानी और ताजा हरा चारा मुर्गियों को दे सकते हैं.
  2. कार्बोहाइड्रेट की जरूरत मुर्गियों के शरीर में गर्मी एनर्जी और उत्पादकता के लिए होती है. कार्बोहाइड्रेट की जरूरत पूरा करने के लिए पीली मक्का, जौ, ज्वार, राइस पॉलिश और कनकी मुर्गियों को खिलाई जानी चाहिए.
  3. प्रोटीन मुर्गियों की ग्रोथ, ऊतक निर्माण, अंडे और मीट के उत्पादन के लिए जरूरी है. प्रोटीन की पूर्ति करने के लिए मुर्गियों को मूंगफली तिल व सोयाबीन की खली दाल का छिलका मछली का चूरा, हरा चारा जिसमें बरसीम शामिल की जाती है खिलाना पड़ता है.
  4. खनिज की जरूरत मुर्गियों की हड्डी के निर्माण, अंडों के उत्पादन और शरीर के सभी तत्वों के लिए होती है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए हड्डी का चूरा, नमक चूना व सीप संगमरमर का चूरा भी खिलाया जा सकता है.
  5. विटामिन की जरूरत पूरे बॉडी के हैल्थ और अंडों का मीट के उत्पादन के लिए जरूरी होती है. मुर्गियों के शरीर को विटामिन देने के लिए हरा चारा, पीली मक्का, मछली का चूरा खिलाया जाता है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

बीमार मुर्गी का वजन कम हो जाता है और हर समय उदास रहती है.
पोल्ट्री

Poultry Disease: चूजों पर ज्यादा अटैक करती है ये बीमारी, इम्युनिटी को पहुंचाती है नुकसान

इसलिए नुकसान का खतरा ज्यादा रहता है. यह भयंकर छूतदार बीमारी है...

livestock animal news
पोल्ट्री

Maize Crop Production: किस वजह से देश में मक्का की उत्पादकता है कम, कैसे बढ़ेगी ये भी जानें

एक तरफ कुछ राज्यों में ​वैश्विक उत्पादन आंकड़े को छू लिया तो...

poultry farming
पोल्ट्री

Poultry Farming: कैंसर की तरह खतरनाक है मुर्गियों को होने वाली ये बीमारी, पढ़ें डिटेल

धीरे-धीरे फैलकर पक्षियों के किसी भी बाहरी और भीतरी अंगों को प्रभावित...