Home मीट Meat: मीट के लिए भेड़ पालन पर कितनी आएगी लागत और क्या होगा मुनाफा, पढ़ें यहां
मीट

Meat: मीट के लिए भेड़ पालन पर कितनी आएगी लागत और क्या होगा मुनाफा, पढ़ें यहां

भेड़ों को हमेशा साफ, ताजा पानी उपलब्ध कराएं.
भेड़ की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. भेड़ पालन करके ऊन और मीट से कमाई की जाती है. मीट खाने के शौकीन लोगों में भेड़ का मीट काफी पसंद किया जाता है. वहीं भेड़ को मीट के लिए अरब कंट्री में भी एक्सपोर्ट किया जाता है. जबकि देश में भी भेड़ के मीट की खूब डिमांड है. एक्सपर्ट कहते हैं कि मीट के लिए भेड़ का पालन बेहतरीन विकल्प है. अगर आप भी भेड़ पालन करना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है. इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि भेड़ पालन से आपको कितना मुनाफा होगा.

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी कारोबार को जब शुरू किया जाता है तो उसमें लागत और मुनाफा सबसे पहले ​आंका जाता है. भेड़ पालन में भी ये चीज लागू होती है. इसलिए कोई भी भेड़ पालन शुरू करेगा तो वो इन चीजों को जरूर जानना चाहेगा. आइए जानते हैं कि मीट पालन के लिए भेड़ पालन पर कितनी लागत आती है और कितना मुनाफा होता है.

खानपान पर कितना होगा खर्च
एक से तीन महीने के बीच मेमना पालन की बात की जाए तो पहले महीने में शरीर का वजन सात किलोग्राम होता है. जबकि 3 महीने पर 15 किलोग्राम हो जाता है. एक महीने के मेमने पर 950 रुपये की लागत आती है. जिसमें प्रति किलोग्राम मिनरल मिक्सचर पर 20 रुपये और 12 किलो इस्तेमाल होने पर 240 का खर्च आएगा. इस दौरान घास की पांच रुपये प्रति किलो के हिसाब से 35 किलो घास का खर्च 175 रुपये रुपये आएगा. प्रति किलो हरे चारे का दाम यादि 5.50 रुपये है तो 9 रुपये किलो के हिसाब से इसपर कुल खर्च तीन महीने 49 रुपये होगा. वहीं दवा 10 रुपये खर्च आएगा. मजदूरी 100 मेमनों पर 9000 रुपये प्रति माह होगी.

100 मेमनों पर मजूदरी की लागत
वहीं जब मेमना तीन महीने का होगा तो उसका वजन 15 किलो हो जाएगा. इस दौरान मिनरल मिक्सचर पर 20 प्रति रुपये किलो के हिसाब 40 किलो लगेगा और 800 रुपये इसपर खर्च आएगा. 5 रुपये किलोग्राम के हिसाब से 13.50 किलो घास की कुल कीमत 68 रुपये होगी. हरा चारा 5.50 रुपये प्रति किलो किलोग्राम के हिसाब से 18​ किलो चारा लगेगा और इसकी लगात 99 रुपये आएगी. तीन महीने मजदूरी लागत 9000 रुपये प्रति 100 मेमने पर आएगी. इस हिसाब से एक महीने की मजदूरी लागत 3000 हजार रुपये आएगी.

मुनाफे के बारे में पढ़ें यहां
दूध छुड़ाने के बाद कुल खर्च 1147 रुपये आएगा. स्लाटरिंग (काटना) खर्च प्रति पशु 350 रुपये, कुल खर्च 3171 रुपये, मीट 280 रुपये प्रति किग्रा कुल कीमत 4452 रुपये होगी. वहीं सिर और खुर 250 रुपये प्रति किलो, ऊन सहित चमड़ा 200 रुपये प्रति किलो, खाद के लिए वेस्ट 700 रुपये, आंतें और रूमेन 100 रुपये, खाद 320 रुपये, कुल आय 6022 रुपये और प्योर मुनाफा 2851 रुपये होगा.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock
मीट

Meat Production: स्लाटर हाउस में होनी चाहिए कौन सी सुविधाएं, पढ़ें FSSAI की गाइलाइंस

पशुओं का वध केवल प्रमाणित, लाइसेंस प्राप्त बूचड़खानों में ही किया जाना...

red meat and chicken meat
मीट

Meat: मीट प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए क्या कर रही है इस राज्य की सरकार

राज्य में लाइसेंस प्राप्त सुअर पालक या रेंडरिंग प्लांट के साथ गठजोड़/व्यवस्था...

mutton, livestock
मीट

Meat Production: मीट उत्पादन और प्रोसेसिंग में किन बातों का रखना चाहिए ध्यान, जानें यहां

जानवरों की कटिंग केवल प्रमाणित, लाइसेंस प्राप्त वधशालाओं में की जानी चाहिए,...

red meat
मीट

Meat production: मीट उत्पादन और प्रोसेसिंग के दौरान इन बातों पर रखा जाएगा ध्यान

कई तरह के मांस जानवरों और पोल्ट्री के लिए उच्च गुणवत्ता वाली...