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Poultry Feed: पोल्ट्री फीड में सोयाबीन की जगह ले सकता है कैनौला, PAU में चल रही रिसर्च

Punjab Agricultural University
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा कीर्ति तनेजा.

नई दिल्ली. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के जैव रसायन विभाग की छात्रा कीर्ति तनेजा, एमएससी को सर्वश्रेष्ठ ओरल प्रेजेंटेशन हासिल हुआ है. ये उपलब्धि उन्हें कृषि, जैविक और अनुप्रयुक्त विज्ञान में लगातार विकास के लिए दृष्टिकोण (सीएएबीएएसएसडी-2024)” पर आयोजित 9वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान हासिल हुई है. ये सम्मेलन 1 से 3 मार्च तक कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल, उत्तराखंड में आयोजित किया गया था. पीयू की छात्रा की इस उपलब्धि पर पीयू ने शुभकाना दी है.

बता दें कि कीर्ति तनेजा को संजुला शर्मा और प्रतिभा व्यास द्वारा संयुक्त रूप से लिखित “सोयाबीन भोजन के आंशिक विकल्प के रूप में पोल्ट्री आहार में माइक्रोबियल किण्वित कैनोला भोजन को शामिल करने विषय के लिए सम्मानित किया गया. सुश्री कीर्ति एमएससी की पढ़ाई कर रही हैं.

सोयाबीन फीड की जगह कैनोल के उपयोग पर हुआ शोध
पीएयू के प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स विभाग की बायोकेमिस्ट डॉ. संजुला शर्मा के मार्गदर्शन में “फाइटेज़ उत्पादक खमीर के साथ फरमेंटेशन के बाद पोल्ट्री फ़ीड के लिए कैनोला भोजन के पोषक मूल्य का आकलन” विषय पर शोध किया गया था. डॉ. शर्मा ने बताया कि इस अध्ययन में सोयाबीन भोजन के विकल्प के रूप में पोल्ट्री आहार में कैनोला भोजन का उपयोग करने की योजना बनाई गई थी. हालांकि, कैनोला भोजन का उपयोग फाइटिक एसिड की उपस्थिति के कारण सीमित है, जिसे फाइटेज़-उत्पादक सूक्ष्म जीव के साथ किण्वन द्वारा कम किया जा सकता है.

सायोबीन का हो सकता है विकल्प
उन्होंने बताया कि अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, खमीर फरमेंटेशन कैनोला भोजन का उपयोग पोल्ट्री फ़ीड में सोयाबीन भोजन के आंशिक विकल्प के रूप में किया जा सकता है. डॉ. सतबीर सिंह गोसल, कुलपति, पीएयू; डॉ. शम्मी कपूर, डीन, कॉलेज ऑफ बेसिक साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज और बायोकैमिस्ट्री विभाग की प्रमुख डॉ. (श्रीमती) मंजीत कौर संघा ने छात्रा को उसकी उपलब्धि के लिए बधाई दी.

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